बोकारो : लॉकडाउन का एक सकारात्मक असर पर्यावरण पर दिखायी दे रहा है. आसमान नीला व साफ दिखायी दे रहा है. बोकारो में वायु प्रदूषण 20 से 25 प्रतिशत कम हो गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स 70 से 75 के बीच आ गया है, जो पिछले साल अप्रैल में 90 से 95 तक रहता था. लॉक डाउन के कारण शहर में दोपहिया से लेकर तीन व चारपहिया वाहनों का परिचालन लगभग बंद है. ऑटो-ट्रेकर नहीं चल रहे हैं. प्राइवेट वाहन भी लगभग बंद हैं. इसके कारण कार्बन डाइऑक्साइड जैसी गैसें कम हो गयी है.डीजल और पेट्रोल की बिक्री हुई काफी कमशहर के पेट्रोल पंपों पर सन्नाटा रह रहा है. लॉक डाउन के पहले जहां एक दिन में 325 किलोलीटर डीजल और 195 किलोलीटर पेट्रोल बिकता था. अब एक दिन में मात्र 16 किलोलीटर डीजल व 39 किलोलीटर पेट्रोल ही बिक रहा है.
औसत से कम रह सकता है तापमान
पर्यावरणविदों का मानना है कि इस बार तापमान औसत से कम रह सकता है. वहीं, अगर झारखंड की बात करें तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 50-70 के बीच आ गया है, जो पिछले साल 150 से 250 तक रहता था. पृथ्वी पर हमारी रक्षा कर रही ओजोन परत को जो प्रदूषण से नुकसान पहुंच रहा था, उसमें में सुधार आ रहा है. दुनिया भर में उद्योगों के बंद होने से वायुमंडल को नुकसान पहुंचाने वाली गैसों का उत्सर्जन कम हो गया है.बोकारो का एयर क्वालिटी इंडेक्स 70 से 75 के बीच आ गया है. जीरो से 51 को बेस्ट और 51 से 101 को संतोषजनक माना जाता है. बोकारो का एयर क्वालिटी इंडेक्स संतोषजनक है.
नवीन प्रकाश श्रीवास्तव, महाप्रबंधक, पर्यावरण, बीएसएल