बोकारो : बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के तेलो गांव में रहने वाले बीएसएल के कर्मी प्लांट नहीं आयेंगे. साथ ही, तेलो गांव के रहने वाले ठेका मजदूर भी प्लांट नहीं आयेंगे. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बीएसएल प्रबंधन ने इससे संबंधित सर्कुलर सोमवार को जारी किया है. तेलो गांव के कर्मी व मजदूर ड्यूटी आ रहे हैं. बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक–कार्मिक पवन कुमार के हस्ताक्षरयुक्त सर्कुलर के अनुसार, तेलो गांव के रहने वाले बीएसएल के स्थायी कर्मी व ठेका मजदूर को अगले 14 दिन के लिए घर पर सेल्फ क्वारेंटाइन रहना है. निर्देश का कर्मी व ठेकेदार को कड़ाई से पालन करना है. आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है. क्यों निकला आदेश : तेलो गांव में कोरोना पॉजिटिव का एक मामला सामने आया है. पुष्टि रविवार को हुई थी. इसी संदर्भ में एहतियात के तौर पर बीएसएल प्रबंधन ने सोमवार को उक्त आदेश निकाला है. इसमें बीएसएल में काम करने वाले ठेकेदार को तेलो गांव के रहने वाले ठेका मजदूर को 14 दिन सेल्फ क्वारांटाइन में रहने का निर्देश दिया है.
बॉक्सजैविक उद्यान के मांसाहारी पशुओं पर बढ़ी निगरानी– सेंट्रल जू अथॉरिटी का सर्कुलर पर कार्यवाही
बोकारो : न्यूयॉर्क के चिड़ियाघर में एक बाघ की मौत कोरोना संक्रमण के कारण होने के बाद सेंट्रल जू अथॉरिटी ने सोमवार को सर्कुलर जारी कर बोकारो के जैविक उद्यान सहित देश के सभी चिड़ियाघरों को मांसाहारी पशुओं की विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया है. इसके तहत जू को हाई अलर्ट पर रहने की बात कही गयी है. जानवरों पर 24 घंटे नजर रखने को कहा गया है. जानवरों में असामान्य व्यवहार होने पर तुरंत कार्यवाही करने के लिये कहा गया है. कोरोना के लक्षण मिलते हीं जानवरों के ब्लड सैंपल को देश के प्रमुख एनिमल हेल्थ इंस्टीट्यूट में भेजा जायेगा.सेंट्रल जू अथॉरिटी के निर्देश के बाद जैविक उद्यान के जानवरों की निगरानी सोमवार से और बढ़ा दी गयी है. खासकर, मांसाहारी जानवर बाघ, भोर व तेंदुआ पर कड़ी नजर रखी जा रही है. जैविक उद्यान पहले से ही बंद है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हर कदम उठाया गया है. उद्यान में एक बाघ, एक बब्बर शेर व छह तेंदुआ है. बीएसएल के संचार प्रमुख मणिकांत धान ने बताया : सेंट्रल जू अथॉरिटी का निर्देश सोमवार को मिला है. निर्देश का कड़ाई से पालन जैविक उद्यान में होगा. उद्यान में पहले से ही इसके लिए कई कदम उठाये गये हैं.