नयी दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़काने के लिए साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एक छात्र की पुलिस हिरासत अवधि सोमवार को नौ दिन के लिए बढ़ा दी. छात्र के वकील ने यह जानकारी दी.
गिरफ्तार छात्र मीरन हैदर (35) जामिया में पीएचडी कर रहा है. साथ ही वह राजद के युवा प्रकोष्ठ की दिल्ली इकाई का अध्यक्ष है. पुलिस ने कहा कि हैदर को सहआरोपी के सामने बिठा कर पूछताछ करने और संशोधित नागरिकता कानून को ले कर हाल ही में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे के एक मामले में बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए, उसकी हिरासत की अवधि बढ़ाए जाने की जरूरत है जिसके बाद अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार सिरोही ने हैदर की पुलिस हिरासत नौ दिन के लिए बढ़ा दी.
हैदर के वकील अकरम खान ने पुलिस हिरासत बढ़ाए जाने के विरोध में अपनी दलील में कहा कि चार दिन की उसकी हिरासत में कोई नया साक्ष्य सामने नहीं आया है और के पुलिस के पास केवल वीडियो हैं जिनके आधार पर छात्र को पूछताछ के लिए बुलाया गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। वकील ने अदालत को बताया कि जब भी जरूरत पड़ेगी, हैदर जांच में सहयोग करेगा.
राज्यसभा सांसद और राजद नेता मनोज झा ने ट्वीट किया,‘‘दिल्ली पुलिस ने उसे जांच के लिए बुलाया. इसके बाद उन्हें ऊपर से आदेश मिले और उन्होंने मीरन हैदर को गिरफ्तार कर लिया जो कोरोना वायरस महामारी के वक्त में लोगों की सहायता कर रहे थे.
जेएनयू की राजद छात्र इकाई ने हैदर की रिहाई की मांग की और कहा कि पुलिस को लोगों को डराने के बजाए उनका मित्र बनना चाहिए