कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को कहा कि कोविड-19 संकट से निपटने में अग्रणी मोर्चे पर काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की मदद और सुरक्षा करना हर किसी का सामूहिक कर्तव्य है. उन्होंने ट्वीट में हैशटैग ‘वी आर प्राउड ऑफ यू’ का इस्तेमाल करते हुए लोगों से इन ‘‘जांबाज योद्धाओं” को अपने संदेश भेजने का अनुरोध किया.
कांग्रेस महासचिव ने हिंदी भाषा में ट्वीट किया, ‘‘हमारे डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, टेक्नीशियन, सफाईकर्मी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में योद्धा हैं जो जान की बाजी लगाकर लगातार काम कर रहे हैं. इनकी मदद करना, इन्हें और उनके परिवारों को सुरक्षित रखना, हर तरह से समर्थन करना हम सबका फर्ज है. इन जांबाज योद्धाओं को अपना संदेश दें.” उनकी यह टिप्पणी देश के कुछ हिस्सों में डॉक्टरों और पराचिकित्साकर्मियों पर हमले की घटनाओं की खबरों के बीच आई है.
आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही मध्य प्रदेश के इंदौर में जब स्वास्थ्य कर्मी जब लोगों के कॉलोनियों में जांच करने पहुंचे तो उन पर लाठी डंडों से हमला किया गया तब स्वास्थ्य कर्मियों को जान बचा कर वहां से भागना पड़ा था, कुछ इसी तरह की घटना रांची के हिंद पीढ़ी इलाके में घटी थी जब वहां पर स्वास्थ्य कर्मी लोगों की जांच के लिए गए तो वहां पर लोग लाठी डंडों से लैस नजर आए थे और स्वास्थ्य कर्मी को उनका काम करने से रोक गया था, जिसके बाद प्रशासन ने ये आदेश दिया था कि स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला किया गया तो उनके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी सोशल मीडिया पर खासा ऐक्टिव रहती है, जो किसी न किसी मुद्दे को लेकर हमेशा सरकार को घेरती नजर आती हैं जो किसी से छिपी नहीं है. चाहे वो किसानों का मुद्दा हो या फिर कोरोना संकट में प्रवासी मजदूरों की समस्या हो, अभी हाल ही में प्रियंका ने
शुक्रवार को ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया था. इसके जरिए उन्होंने योगी सरकार पर डॉक्टरों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया था. अपने ट्वीट में प्रियंका ने कहा था कि इस समय मेडिकल स्टाफ को सबसे ज्यादा सहयोग की जरूरत है जो जीवनदाता हैं और योद्धा की तरह मैदान में हैं लेकिन बांदा में नर्सों और मेडिकल स्टाफ को सुरक्षा उपकरण न देकर और उनका वेतन काटकर उनके साथ बहुत बड़ा अन्याय किया जा रहा है.
भारत में कोरोना के मामले तेजी बढ़ते ही जा रहे हैं, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अब तक 3374 मामले दर्ज किये जा चुके हैं. जबकि पूरे देश में इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 77 हो गयी है