सीवान. कोरोना महामारी को दुख देते हुए प्रखंड के गोपिपतियाव गांव के ग्रामीणों ने आपस में विचार-विमर्श कर तीन गांवों को सील कर दिया. आपातकालीन स्थिति को छोड़ किसी भी प्रकार की आवाजाही पर पूर्ण तो रोक लगा दिया गया है. यह रोग किसी प्रशासनिक आदेश पर नहीं बल्कि ग्रामीणों ने स्वत: ही आपस में विचार-विमर्श कर या निर्णय लिया है. संक्रमण को देखते हुए गोपी पतियाव, काजीपतियाव और सैदपुरा के गांव के लोगों ने अपने-अपने गांव में कहीं भी आने-जाने पर पाबंदी लगाते हुए सील कर दिया. वहीं यदि कोई व्यक्ति अन्य प्रदेश से भी गांव में आता है, तो प्रखंड प्रशासन द्वारा राजपुर मोड़ पर बने क्वारेंटिन सेंटर में भेजा जा रहा है. पंचायत मुखिया मनोरंजन साह ने बताया कि गांव की आम जनता ने निर्णय लेकर किया गया. गांव में आने-जाने से लॉकडाउन की पालन किया जा सके. उन्होंने बताया कि इमरजेंसी में आने जाने पर कोई रोक नहीं है. अस्पताल जाने के लिए इमरजेंसी में एक चार पहिया वाहन चौबीसों घंटा सेवा के लिए तत्पर है. वहीं लोगों के घर तक आवश्यक वस्तुओं की सप्लाइ भी की जा रही है. ताकि किसी को कोई कष्ट नहीं पहुंचे.
संक्रमण को देखते हुए गोपी पतियाव, काजीपतियाव और सैदपुरा के गांव के लोगों ने अपने-अपने गांव में कहीं भी आने-जाने पर पाबंदी लगाते हुए सील कर दिया. वहीं यदि कोई व्यक्ति अन्य प्रदेश से भी गांव में आता है, तो प्रखंड प्रशासन द्वारा राजपुर मोड़ पर बने क्वारेंटिन सेंटर में भेजा जा रहा है. पंचायत मुखिया मनोरंजन साह ने बताया कि गांव की आम जनता ने निर्णय लेकर किया गया.
गांव में आने-जाने से लॉकडाउन की पालन किया जा सके. उन्होंने बताया कि इमरजेंसी में आने जाने पर कोई रोक नहीं है. अस्पताल जाने के लिए इमरजेंसी में एक चार पहिया वाहन चौबीसों घंटा सेवा के लिए तत्पर है. वहीं लोगों के घर तक आवश्यक वस्तुओं की सप्लाइ भी की जा रही है. ताकि किसी को कोई कष्ट नहीं पहुंचे.