गुमला : गुमला शहर के विज्ञान भवन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाये गये क्वारेंटाइन केंद्र से दो दिन पहले 15 लोग भाग गये थे. ये लोग दूसरे राज्य गये थे. स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर इन्हें 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन में रखा था. परंतु यहां खाने पीने की व्यवस्था नहीं रहने कारण सभी 15 लोग भाग गये थे. इस समाचार को प्रभात खबर ने प्रकाशित किया और प्रशासन को इससे अवगत कराया. समाचार छपने के बाद गुमला प्रशासन हरकत में आयी. इसके बाद प्रशासन क्वारेंटाइन से भागे सभी लोगों की तलाश शुरू की. गुरुवार व शुक्रवार को प्रशासन ने 10 लोगों को खोज निकला और उन्हें उनके घर से पकड़ा. इसके बाद गुमला पुलिस की पहल पर सभी 10 लोगों को क्वारेंटाइन में लाकर रखा गया. कई ऐसे मजदूर हैं जो घोर उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में रहते हैं. क्वारेंटाइन से भागने के बाद मजदूर 15 से 20 किमी पैदल चलकर अपने घर पहुंचे थे. परंतु प्रशासन ने 10 लोगों को पकड़ लिया है. हालांकि समाचार लिखे जाने तक पांच लोगों अभी भी क्वारेंटाइन से फरार हैं. जिनकी प्रशासन तलाश कर रही है.
पुलिस की परेशानी बढ़ी
प्रशासन की लापरवाही के कारण क्वारेंटाइन से 15 लोग भाग गये. इसके बाद इन्हें पकड़कर वापस क्वारेंटाइन में भर्ती कराने की जिम्मेवारी गुमला थाना की पुलिस को सौंपी गयी. इससे गुमला पुलिस की परेशानी बढ़ गयी. हालांकि गुमला थानेदार शंकर ठाकुर खुद गांवों में पहुंचकर भागे लोगों को पकड़कर क्वारेंटाइन में लाकर पुन: भर्ती कराया है. थाना प्रभारी शंकर ठाकुर ने बताया कि मरवा गांव के भी तीन लोग थे. जिन्हें शुक्रवार की अहले सुबह घर में जाकर पकड़ा गया और क्वारेंटाइन में भर्ती कराया गया.
पानी व शौचालय की व्यवस्था
प्रभात खबर में समाचार छपने के बाद प्रशासन ने विज्ञान भवन के क्वारेंटाइन केंद्र में पानी व शौचालय की व्यवस्था की. बेकार पड़े शौचालय को ठीक कराया गया. वहीं नगर परिषद द्वारा टैंकर से सुबह शाम पानी दिया जा रहा है. वहीं खाने की भी व्यवस्था की जा रही है. ऐसे क्वारेंटाइन में आये लोगों ने कहा कि अगर इसबार भी खाने पीने की समस्या हुई तो भाग जायेंगे और इसके बाद नहीं लौटेंगे.