राघोपुर : एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना जैसी खतरनाक वायरस से लड़ रहा है. पूरे देश में लॉक डाउन है. इसी दौरान राघोपुर पीएचसी में तैनात चिकित्सक के सामने चार वर्षीय बालक के इलाज के लिए गिड़गिड़ाते रहे परिजन. रूम से नहीं निकले डॉक्टर और ना ही बच्चे का किया इलाज. प्राप्त जानकारी के अनुसार फतेहपुर निवासी रोशन कुमार के चार वर्षीय भतीजा खेलने के दौरान गिर गया था जिसमें बच्चे का सर फट गया.
आनन-फानन में परिजन ने बच्चे को इलाज के लिए पीएचसी राघोपुर फतेहपुर में भर्ती कराया. लगभग आधे घंटे के बाद पीएचसी में तैनात एक स्वास्थ्य कर्मी पहुंचा जो कि बिना ग्लब्स एवं मास्क पहने हैं बच्चे का इलाज किया. मालूम हो कि पूरी दुनिया कोरोना जैसी खतरनाक वायरस से एक तरफ लड़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ डॉक्टर के अमानवीय चेहरा सामने आया. इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी डॉ सुशीला ने कहा कि पीएचसी में इमरजेंसी सेवा के लिए डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी तैनात है. अगर बच्चे का इलाज डॉक्टर के द्वारा नहीं की गई है तो डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.