कोरोना वायरस के कोहराम से अमेरिका जैसा शक्तिशाली देश भी त्राहिमाम कर रहा है. घातक हथियारों और मजबूत अर्थव्यवस्था के दम पर पूरी दुनिया पर धौंस जमाने वाला अमेरिका कोविड-19 का बड़ा केंद्र बन गया है. अब तक इस घातक वायरस से 5,000 लोगों की मौत हो चुकी है और यहां संक्रमित लोगों की संख्या दो लाख के पार जा चुकी है जो कि दुनिया में सबसे ज्यादा है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका ने खतरनाक कोरोना वायरस को पूरी तरह से हराने के लिए उसके खिलाफ हर मोर्चे पर युद्ध छेड़ रखा है.
उन्होंने कहा कि सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि देश में मास्क, ग्लव्स जैसे मेडिकल सुरक्षा उपकरणों की कोई कमी न हो.इससे पहले मंगलवार को ट्रंप ने कहा था कि जिनके पास मास्क नहीं हैं वो लोग मुंह ढ़कने के लिए स्कार्फ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके साथ ही बुधवार को एक बार फिर ट्रंप ने स्कार्फ की हिमायत की और कहा कि कई लोग स्कार्फ इस्तेमाल कर रहे हैं और ये बेहतर तरीका है. हाल में अमरीका में कोरोना संक्रमण के तेज़ी से बढ़ते मामलों के बीच एन95 मास्क और सर्जिकल मास्क की कमी की बात भी सामने आई थी.
स्वास्थ्यकर्मियों का कहना था कि उनसे कहा गया है कि वो एक ही मास्क का बार-बार इस्तेमाल करें और ज़रूरत पड़ने पर स्कार्फ का इस्तेमाल करें. वहीं अमरीका में फिलहाल स्वास्थ्य अधिकारी इस विषय पर चर्चा कर रहे हैं कि सभी को मास्क पहनने की सलाह दी जाए या नहीं. वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार सेंटर ऑफ़ डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रपीवेन्शन के लिए जारि किए गए एक इंटरनल मेमो में कहा गया है कि साधारण कपड़े मास्क भी वायरस को फैलने से रोकने में कारगर होगा. इससे पहले अमरीकी सरकार ने इस बारे में अपने नागरिकों से अब तक मास्क पहन कर बाहर जाने के लिए नहीं कहा था.