कोरोनावायरस के कहर के अमेरिका जैसा शक्तिशाली देश बेहाल है. अब तक यहां 4700 से ज्यादा मौतें हो चुकी है तो वहीं लाखों लोग संक्रमण की चपेट में है. बुधवार को यहां कोरोना के कारण एक छह हफ्ते की बच्चे की मौत हो गयी. यह सबसे कम उम्र में हुई मौतों में एक है. अब तक यह माना जा रहा था कि कोरोना वायरस (COVID-19) से सबसे अधिक खतरा बुजुर्गों को, श्वास संबंधी रोग से ग्रसित मरीजों को, किडनी के मरीजों या कमजोर इम्यूनिटी वालों को है. मगर बीते 10 दिन में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जो डराने वाले हैं. यूरोप से लेकर भारत तक कम उम्र के लोग इस घातक वायरस की चपेट में है.
अमेरिका में 6 सप्ताह के नवजात की मौत ने सबको हैरान कर दिया है.अमेरिकी राज्य कनेक्टिकट के गवर्नर ने कहा कि यह कोरोना वायरस से हुई सबसे कम उम्र की मौतों में से एक है. गवर्नर नेड लामोंट ने बुधवार को ट्वीट किया कि नवजात को पिछले सप्ताह एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसे बचाया नहीं जा सका. बीती रात हुए टेस्ट में यह स्पष्ट हो गया कि नवजात कोरोना वायरस से पॉजिटिव था. उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल हृदयविदारक है. हमारा मानना है कि यह कोरोनावायरस से हुई मौतों में से सबसे कम उम्र में होने वाली पहली मौत है.
बता दें कि इससे पहले अमेरिका में ही एक साल से कम उम्र के बच्चे की मौत का मामला सामने आ चुका है. इलिनोइस डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ के डायरेक्टर डॉ. नगोजी एजाइक ने कहा था कि शिकागो में कोरोना वायरस से संक्रमित एक बच्चे की मृत्यु हुई. इस बच्चे की उम्र एक साल से भी कम है. स्थानीय मीडिया के अनुसार उसकी उम्र नौ माह थी. पूरी दुनिया में कहर मचा रहे इस खतरनाक कोरोना वायरस से अमेरिका में अब तक 4476 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक मौतें अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में दर्ज की गई हैं. इसके अलावा, यहां कोरोना के मामले एक लाख से अधिक हो गए हैं.
बुधवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से पहली मौत हुई है. यह घटना गोरखपुर जिले में हुई है जहां एक 25 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव था. इतनी कम उम्र में कोरोना की वजह से मौत का यह देश में पहला मामला है. इससे पहले बिहार में एक 38 साल के व्यक्ति की कोरोना ने जान ली थी. भारत में 12 मार्च को कोरोना संक्रमण के कारण पहली मौत 76 साल के व्यक्ति की हुई थी. मृतक कर्नाटक के कलबुर्गी के रहने वाले थे.