भोपाल : मध्यप्रदेश सरकार ने दिल्ली में तबलीगी जमात धार्मिक सभा में शामिल हुए मध्यप्रदेश के 107 लोगों में से 82 लोगों की पहचान कर ली है. उनमें से कुछ को पृथक कर दिया गया है. अधिकारिक जानकारी के अनुसार, बाकी लोगों की भी पहचान की जा रही है. उन्होंने बताया कि ये लोग मध्यप्रदेश के भोपाल, सीहोर, विदिशा एवं रायसेन के रहने वाले हैं.
इससे पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां मंत्रालय में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में निर्देश दिये कि दिल्ली में तबलीगी जमात में हिस्सा लेने वाले मध्यप्रदेश के 100 से अधिक लोगों को पृथक रखने की व्यवस्था की जाये. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व तबलीगी जमात का एक बड़ा धार्मिक आयोजन दिल्ली में हुआ था. इसमें पूरे देश के श्रद्धालु भाग लेने गये थे.
इस समूह में 200 लोगों के कोविड-19 से संक्रमित होने तथा इनमें से छह लोगों की तेलंगाना में मृत्यु होने की सूचना प्राप्त हुई है. चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश से भी 100 से अधिक व्यक्ति इस धार्मिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए, ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में पूर्ण सजग रहने की जरूरत है.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि तबलीगी जमात में सम्मिलित मध्यप्रदेश के व्यक्तियों को चिह्नित किया जाये तथा उन्हें पृथक रखकर उनका आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाये. उन्होंने कहा कि उन व्यक्तियों में यदि किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उनकी जांच और इलाज की समुचित व्यवस्था भी की जाये.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक यह कार्रवाई शीघ्र करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम के सिलसिले में जो भी व्यक्ति घूम रहे हैं, उनकी यात्रा का विवरण भी प्राप्त किया जाये और आवश्यक कार्रवाई की जाये.
उल्लेखनीय है कि पूरे देश में लॉकडाउन घोषित होने के बावजूद बड़ी संख्या में तबलीगी जमात के लोग देश के अलग-अलग भागों में मस्जिदों में रुके हुए थे. उन राज्यों की पुलिस ऐसे लोगों की पहचान कर रही है और उन्हें क्वारेंटाइन किया जा रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की जा चुकी है और लोगों से कहा जा रहा है कि वे अपने घरों में ही रहें, ताकि यह जानलेवा विषाणु तेजी से न फैल सके.