No April Fool in Coronavirus Lockdown: इस समय जब पूरी दुनिया में कोरोना (coronavirus outbreak) का कहर फैला हुआ है और इससे बचने के लिए तरह-तरह के उपाय तलाशने की कोशिशें की जा रही हैं, ऐसे में कोरोना वायरस के संकट (coronavirus crisis) के बीच एक सबसे बड़ी मुश्किल अफवाहों और फेक न्यूज (fake news) को रोकने की है.
बुधवार को अप्रैल की पहली तारीख है और इस दिन लोग ‘अप्रैल फूल’ का प्रैंक (april fool prank) खेलते हैं. लेकिन पुणे पुलिस ने कोरोना संकट को देखते हुए लोगों से अपील की है कि कोरोना को लेकर किसी तरह का मजाक (april fool jokes on coronavirus) ना करें, वरना सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सोमवार को पुणे पुलिस ने जिले में इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी किया. पुलिस ने अपने नोटिफिकेशन में लिखा है कि सोशल मीडिया (social media) पर इस दौरान किसी तरह की अफवाह फैलाने पर IPC की धारा 188 के तहत एक्शन लिया जाएगा. बताते चलें कि इस धारा के तहत 6 महीने तक की जेल और 1000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.
पुलिस ने अपने नोटिफिकेशन में लिखा है, 1 अप्रैल को हम अक्सर अपने दोस्तों, परिवार और आसपास के लोगों के साथ प्रैंक खेलते हैं. लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन (coronavirus lockdown) के संकट को देखते हुए इस बार लोगों से अपील की जाती है कि किसी तरह की अफवाह ना फैलाएं. ऐसा करने पर इसे लॉकडाउन का उल्लंघन माना जाएगा.
बता दें कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन के संकट के बीच कई तरह की अफवाहें सोशल मीडिया (corona related rumours on social media) पर फैल रही हैं. पिछले दिनों जब इस बात की चर्चा हुई कि केंद्र सरकार 21 दिनों के लॉकडाउन को बढ़ा सकती है, तब सरकार की ओर से सफाई दी गई. सरकार ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई प्लान नहीं है.
मालूम हो कि कोरोना वायरस का कहर (CoVID-19 fear) पूरे देश में व्याप्त है. अब तक देश में इस खतरनाक वायरस से 1200 से ज्यादा लोग संक्रमित (coronavirus infected cases) हो चुके हैं. जबकि 30 से अधिक लोगों की अब तक इस जानलेवा वायरस (deadly virus) से मौत हो चुकी है. सरकार लगातार इस जानलेवा बीमारी (fatal disease) से निपटने का प्रयास कर रही है, लेकिन अभी तक इस वायरस की कोई दवा (coronavirus vaccine) नहीं बन पाई है.