विभिन्न राज्यों में फंसे है धनवार के दर्जनों प्रवासी मजदूर
सूरत में फंसे सापामारन के मजदूर
राजधनवार : सापामारन पंचायत के विभिन्न गांवों के दर्जनों प्रवासी मजदूर लॉकडाउन में गुजरात, महाराष्ट्र व हैदराबाद में फंसे हुए हैं. उनके सामने खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो गयी है. एक-एक कमरे में आठ-दस की संख्या में रहने के कारण उनका सोशल-डिस्टेंस भी मेंटेन नहीं हो पा रहा है. सूरत के पालनपुर जगतनका, वेस्टर्न रोड मकान नंबर 266 में अपने दर्जनों मजदूर साथियों के साथ लॉकडाउन में फंसे सापामारन के प्रदीप राम, विनोद राम, पप्पू राम आदि ने फोन पर बताया कि इस एक सप्ताह में उनके पास खाने-पीने का राशन खत्म हो चुका है. कामकाज बंद हो जाने से पैसे भी खत्म होने के कगार पर है. कुछ खरीदने के लिए निकलने की कोशिश करने पर प्रशासन के लोग खदेड़कर अंदर कर देते हैं. कोई सुनने व सहायता करने वाला नहीं है. सरकार उन्हें घर भेजने का भी कोई उपाय नहीं कर रही है. कहा कि बाहर से कोई सहायता नहीं मिला तो वे महामारी की बजाय भूख-प्यास से मर जायेंगे. बताया कि सूरत में उनके साथ व आसपास कृष्णा शर्मा, सत्यदेव शर्मा, नारायण शर्मा, सहदेव शर्मा, सुकदेव शर्मा, विशेश्वर शर्मा, राजेन्द्र राम, नंदलाल राम, अजय राम तथा पूरे परिवार के साथ मुन्ना राम व नंदकिशोर राम फंसे हुए हैं और संकट में है. इधर, सापामारन पंचायत की पूर्व मुखिया सलमा खातून ने बताया कि गुजरात मे पीर मोहम्मद, आयूब अंसारी, महाराष्ट्र में कलाम अंसारी व दीपक महथा, राजस्थान में मनोज राम व जोधन राम तथा हैदराबाद में विकास राम, बिनोद राम, दिनेश राम, सुशील राम, उदय राम, बालेश्वर में नारायण तुरी, अशोक तुरी, अनिल तुरी, नंदकिशोर, कर्ण, किशोर, सूरज, भिखारी तुरी, मुस्लिम अंसारी, सलीम अंसारी, साबिर अंसारी, वारिस अंसारी, मंजूर अंसारी आदि सापामारन, पहाड़पुर, जबदिया, कोंडराटांड़, महुआटांड़ आदि कई गांव के लोग लॉक डाउन में फंस गये हैं और संकट में पड़ गये हैं. इधर हैदराबाद में पड़ोसी गांव कारुडीह के वीरेंद्र दास, संजू दास, दीपलाल दास व गोसाईंरायडीह के राजू दास, सोनू दास, सुधीर दास आदि एक दर्जन से अधिक लोग फंसे हुए हैं. सापामारन की पूर्व मुखिया सलमा खातून, मुखिया उर्मिला देवी, साहबान अंसारी, नीलकंठ वर्मा, विजय कुशवाहा, मो नेजाम आदि ने झारखंड व संबंधित राज्यों की सरकार से इस लॉक डाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के सुरक्षित रहने, खाने तथा संभव हो तो वापस भेजवाने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है.
इधर, सापामारन पंचायत की पूर्व मुखिया सलमा खातून ने बताया कि गुजरात मे पीर मोहम्मद, आयूब अंसारी, महाराष्ट्र में कलाम अंसारी व दीपक महथा, राजस्थान में मनोज राम व जोधन राम तथा हैदराबाद में विकास राम, बिनोद राम, दिनेश राम, सुशील राम, उदय राम, बालेश्वर में नारायण तुरी, अशोक तुरी, अनिल तुरी, नंदकिशोर, कर्ण, किशोर, सूरज, भिखारी तुरी, मुस्लिम अंसारी, सलीम अंसारी, साबिर अंसारी, वारिस अंसारी, मंजूर अंसारी आदि सापामारन, पहाड़पुर, जबदिया, कोंडराटांड़, महुआटांड़ आदि कई गांव के लोग लॉक डाउन में फंस गये हैं और संकट में पड़ गये हैं. इधर हैदराबाद में पड़ोसी गांव कारुडीह के वीरेंद्र दास, संजू दास, दीपलाल दास व गोसाईंरायडीह के राजू दास, सोनू दास, सुधीर दास आदि एक दर्जन से अधिक लोग फंसे हुए हैं. सापामारन की पूर्व मुखिया सलमा खातून, मुखिया उर्मिला देवी, साहबान अंसारी, नीलकंठ वर्मा, विजय कुशवाहा, मो नेजाम आदि ने झारखंड व संबंधित राज्यों की सरकार से इस लॉक डाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के सुरक्षित रहने, खाने तथा संभव हो तो वापस भेजवाने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है.