– कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल होंगे रिटायर्ड डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ
– बीसीसीएल, इसीएल समेत कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों को दिशा-निर्देश जारी
कोविड-19 को देखते दो माह के लिए होगी नियुक्ति
धनबाद : वैश्विक महामारी कोरोना से निबटने को लेकर कोल इंडिया ने भी युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. कोरोना वायरस से बचाव व रोकथाम के लिए सभी कंपनी को अपने सभी हॉस्पिटल्स व डिस्पेंसरी में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था करने को कहा गया है. इसके लिए बीसीसीएल, इसीएल व सीसीएल सहित अन्य सभी सहायक कंपनियों में डॉक्टर व स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर रिटायर्ड डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ की बहाली का निर्णय लिया है. इस आलोक में कोल इंडिया द्वारा अधिसूचना जारी करते हुए कई दिशा-निर्देश दिये गये हैं.
नियुक्ति का अधिकार कोल इंडिया ने कंपनी स्तरीय सीएमएस ( चीफ मेडिकल सर्विस) और कंपनी के फंक्शनिंग डायरेक्टर (एफडी) को दिया है. अधिकतम तीन माह के लिए होगी नियुक्ति बहाली दो माह के लिए की जायेगी. हालांकि विशेष परिस्थिति में उनका कॉन्ट्रैक्ट अधिकतम एक माह के लिए बढ़ाया जा सकता है. इस दौरान उन्हें महीने में सिर्फ दो दिन की ही छुट्टी दी जायेगी. कोल इंडिया ने स्टाफ व डॉक्टरों का वेतन भी निर्धारित कर दिया है. उसके मुताबिक न्यूनतम 30 हजार व अधिकतम 1.05 लाख रुपया वेतन निर्धारित किया गया है. आवास और 50 लाख रुपये का बीमा कवर देने की मांग इधर, कोल माइंस ऑफ़िसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएमओएआइ) बीसीसीएल शाखा के अध्यक्ष अनिरुद्ध पांडेय ने कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल किये जाने वाले डॉक्टर व स्टाफ को रहने की व्यवस्था करने और प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 50 लाख रुपये के बीमा कवर में शामिल करने की मांग की है.