गुमला : कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है. सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल भी बंद हैं. स्कूल अभी नहीं खोलना है. परंतु गुमला में सोमवार को राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय बड़ा खटंगा खोला गया. दर्जनों छात्र साढ़े आठ बजे स्कूल पहुंच गये. उस समय शिक्षक नहीं आये थे. स्कूल पहुंचने के बाद बच्चे इधर-उधर खेलने लगे.
इसकी जानकारी कुछ लोगों को हो गयी. गांव के कई लोग स्कूल पहुंचे और स्कूल खोलने का कारण पूछा. लेकिन शिक्षक के नहीं रहने पर कुछ जानकारी नहीं मिली. छात्रों ने बताया कि परीक्षा के नाम पर स्कूल बुलाया गया था. 30 मार्च को सभी छात्रों से स्कूल आने के लिए कहा गया था. इसलिए स्कूल पहुंचे हैं.
बच्चों की बात सुनने के बाद गांव के लोगों ने स्कूल बंद रखने की हिदायत प्रबंधन समिति को दी. इसके बाद बच्चों को उनके घर भेजा गया. छात्र अमर उरांव, प्रियम राम, आलोक उरांव, सूरज उरांव, जोगेंद्र उरांव, सुशांत मिंज, अंजली कुमारी, अनिशा कुमारी, सुमन कुमारी, मुनी कुमारी, रिंकी कुमारी, महालक्ष्मी कुमारी ने बताया कि आज से परीक्षा होनी थी. इसलिए छात्रों को स्कूल बुलाया गया था. परंतु गांव के कुछ लोगों ने लॉकडाउन की बात कर स्कूल को बंद करा दिया.
इस पूरे मामले में स्कूल के ही एक शिक्षक राजू कच्छप ने बताया कि परीक्षा रद्द होने की सूचना पहले ही छात्रों को कर दी गयी थी. लेकिन गलतफहमी में बच्चे स्कूल आ गये. लेकिन सभी बच्चों को तुरंत ही वापस घर भेज दिया गया और स्कूल नहीं खोला गया.
वहीं, गुमला के डीईओ सुरेंद्र पांडेय ने कहा कि सभी परीक्षाएं रद्द हैं. स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है. विभाग के आदेश के अनुसार शिक्षकों को घर में जाकर बच्चों को भोजन देना है. स्कूल नहीं खोलना है. सूचना के बाद बड़ा खटंगा स्कूल को नहीं खोला गया. बच्चों को घर भेज दिया गया है.