कोलकाता : पश्चिम बंगाल (West Bengal) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के फैलने की रफ्तार तेज हो रही है. 24 घंटे के दौरान कोरोना से संक्रमित एक मरीज की मृत्यु हो गयी, जबकि 5 में संक्रमण की पुष्टि हुई है. सोमवार सुबह राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जानकारी दी गयी. बताया गया है कि 77 साल के एक और वृद्ध में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. वह अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं. इसके साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या 22 और मरने वालों की संख्या 2 हो गयी है.
रविवार (29 मार्च, 2020) की रात तक 4 लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की खबर थी. इसमें भारतीय सेना के पूर्वी कमान के कमांड अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक, हुगली के सेवड़ाफुली निवासी एक अधेड़, बारानगर के रहने वाले एक और अधेड़ तथा उत्तर बंगाल के कलिम्पोंग की 53 साल की एक महिला शामिल थी. महिला ने रविवार देर रात 2:00 बजे दम तोड़ दिया.
उत्तर बंगाल में जिस महिला की मौत हुई है, वह 26 मार्च, 2020 को अस्पताल में भर्ती हुई थी. वह विदेश यात्रा से लौटी थी. स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि विदेश से लौटने के बाद वह अपने इलाज के लिए दक्षिण भारत गयी थी. पहले तो हालात में कुछ सुधार हुआ था, लेकिन धीरे-धीरे वह फिर बीमार पड़ने लगी. बदन दर्द, बुखार, सर्दी और खांसी के लक्षणों के साथ उसे 26 मार्च को उत्तर बंग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
डॉक्टरों ने 28 मार्च को इस बात की पुष्टि की कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित है. इसके बाद उसकी एक बेटी व उसका इलाज करने वाले चिकित्सक को होम क्वारेंटाइन कर दिया गया. करीब एक सप्ताह पहले इस महिला ने इसी डॉक्टर से इलाज कराया था. इस डॉक्टर ने महिला की जांच के बाद कहा था कि संभवत: वह कोरोना वायरस से संक्रमित है.
डॉक्टर के संदेह जताने के बाद महिला को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था. सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इसलिए उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था. चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से शरीर के अधिकार अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसकी वजह से देर रात 2:00 बजे महिला ने दम तोड़ दिया.
कुछ दिन पहले ही एक अधेड़ ने भी दम तोड़ दिया था. इस तरह से विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत पीड़ितों की संख्या फिलहाल 20 बची है. हालांकि, लंदन से लौटे 18 साल के जिस युवक के शरीर में सबसे पहले संक्रमण की पुष्टि हुई थी, इलाज के बाद उसकी पहली जांच रिपोर्ट नेगेटिव है.
यह युवक राज्य सचिवालय में तैनात डब्ल्यूबीसीएस अधिकारी का बेटा है. इसके अलावा स्कॉटलैंड से लौटी उत्तर 24 परगना निवासी 23 साल की एक युवती की भी जांच रिपोर्ट निगेटिव है. लंदन से लौटे 22 साल के एक अन्य संक्रमित युवक के पिता, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा था, पहली रिपोर्ट में निगेटिव पाये गये हैं.
इनकी दूसरी रिपोर्ट सोमवार (30 मार्च, 2020) को बेलियाघाटा नाइसेड में हो होगी और यदि यह रिपोर्ट निगेटिव रही, तो स्वास्थ्य विभाग इन्हें स्वस्थ घोषित कर देगा. उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में 47,000 से अधिक लोग होम क्वारेंटाइन में हैं, जबकि 171 लोग संक्रमण के लक्षणों के साथ विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं.