गुमला : लॉकडाउन के कारण जो गरीब परिवार मुसीबत में हैं, भूखे हैं या फिर दवा की जरूरत है. दूसरे राज्य से आ रहे हैं. भूखे पैदल चल रहे हैं. उन लोगों की मदद के लिए गुमला के कई सामाजिक संगठन काम कर रहे हैं. इनमें जीवन संस्था भी है. जीवन संस्था द्वारा गुमला शहर में सैकड़ों असहाय लोगों के बीच भोजन का वितरण किया. ढाई सौ वैसे लोग जो मानसिक रूप से विक्षिप्त, असहाय व लॉकडाउन में फंस गये हैं. उनको भोजन कराया गया.
कुछ लोग तो ऐसे भी थे जो हफ्तों से फंसे हुए हैं और उनके पास ना तो पैसा ही शेष रह गया है, ना ही भोजन का प्रबंध. साथ ही कुछ ऐसे लोग से भी मुलाकात हुई जो बाहरी जगहों से गुमला काम करने के लिए आये थे. लॉकडाउन की वजह से यहां फंस गये और मजबूरन उन्हें यहां रुकना पड़ रहा है. भोजन वितरण के दौरान उन लोगों ने जीवन संस्था का शुक्रिया अदा किया.
जीवन संस्था के द्वारा उन्हें इस बात से अवगत कराया गया कि जब तक इस लॉकडाउन की अवधि समाप्त नहीं हो जाती है. तब तक उनके लिए प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था की जायेगी. मौके पर एसडीओ जीतेंद्र कुमार देव, बीडीओ संध्या मुंडू, सुमित चीनू साबू, कौशल मंत्री, अनिकेत कुमार, मयंक कुमार, पवन जायसवाल, सुभाष जयसवाल, सचिन कुमार, विजय कुमार व कमलेश कुमार आदि लोग मौजूद रहे.
दो घरों में पहुंचाया चावल, परिवार खुश
गुमला के भक्त व्हाटसअप ग्रुप लोगों की मदद कर रहा है. प्रभात खबर में एक पीड़ित परिवार का न्यूज प्रकाशित हुआ. समाचार छपने के तुरंत बाद ग्रुप के युवाओं ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर 35 किलो चावल उपलब्ध कराया. जगमोहन नायक व संदीप प्रसाद पीड़ित परिवार के घर जाकर चावल उपलब्ध कराया. वहीं, शहर के अंबेडकर नगर में कलावती देवी जो कि अपने परिवार के साथ लॉकडाउन में भूखमरी में रह रही थी. जैसे ही इसकी जानकारी ग्रुप के सदस्यों को हुई तो समाज सेवी शंकरलाल जाजोदिया के द्वारा एक गैस सिलेंडर प्रदान किया गया. वहीं, ग्रुप के टीम मेंबर आदित्य गुप्ता, मनीष गुप्ता और मनोज वर्मा महिला के घर जाकर पांच किलो चावल दिया. शिशिर कुमार ने कहा कि मुसीबत में फंसे लोगों की मदद के लिए गुमला के भक्त ग्रुप के सदस्य लगे हुए हैं.