social distancing, coronavirus : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार दिल्ली-एनसीआर में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के प्रयास में लगी हुई है जिसके तरह विशेष बसें चलाने का प्रावधान किया गया है. जैसे ही यह खबर फैली आनंद विहार बस अड्डे पर बेहाल लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. सुबह से ही मजदूर दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग इलाकों से घंटों पैदल चलकर आनंद विहार टर्मिनल पहुंचे और योगी सरकार के बस का इंतजार करने लगे. सभी को उम्मीद है कि वे इस बस से अपने-अपने घर पहुंच पाएंगे.
इधर, कई ऐसे लोग भी हैं जो अब भी किसी पर भरोसा नहीं कर रहे और घर के लिए पैदल ही चलते जा रहे हैं. गाजियाबाद के लाल कुआं स्थित बस अड्डे पर भी प्रवासी मजदूरों की ऐसा ही हुजूम नजर आ रहा है. यहां हजारों मजदूर दिल्ली, गुरुग्राम समेत अन्य जगहों से पैदल चलकर पहुंचे ताकि बस पकड़कर अपने-अपने घर का रुख कर सकें.
कोरोना के फैलते संक्रमण के बीच काम से निकाल दिये गये लोग सिर पर छत और दो वक्त की रोटी की तलाश में घरों की तरफ निकल पड़े हैं. कोई पैदल चल रहा है, तो कोई साइकिल या ठेले पर अपनों का बोझ उठा रहा है. सबसे ज्यादा संख्या बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के लोगों की है. ये लोग पिछले कई दिनों से चल रहे हैं. कइयों ने तो पांच दिन से कुछ खाया-पिया भी नहीं है. बावजूद इसके किसी ने गोद में सात माह की बच्ची ले रखी है, तो कोई अपने पांच साल के बच्चे को कंधे पर उठाये चल रहा है. एक 70 साल की वृद्ध महिला भी पैदल गांव लौटने को मजबूर है.
इस बीच गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिख कामगारों, मजदूरों, छात्रों और अन्य लोगों के लिए खाने-पीने और रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा. बिहार और झारखंड सराकर ने अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है और इस समस्या से अवगत कराते हुए हससंभव मदद की अपील की है.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने कार्यकर्ताओं से पैदल लौट रहे मजदूरों को को खाना, सुरक्षा और पुलिस के साथ समन्वय बनाकर उनके गंतव्य तक पहुंचाने का निर्देश दिया. सभी राज्य प्रमुखों से बात कर उन्होंने यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि कम-से-कम पांच करोड़ गरीब लोगों को भाजपा कार्यकर्ता खाना मुहैया कराएं.