सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार
चितरपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से लोग अपने घरों की ओर भाग रहे हैं. पूरे देश में लॉकडाउन की वजह से बस, ट्रेन और हवाई जहाज तक बंद हैं. इसलिए लोग एक जगह से दूसरी जगह नहीं जा पा रहे हैं. कुछ लोग चोरी-छिपे कंटेनर में अपने घर की ओर निकल पड़े, तो कुछ लोग पैदल ही अपने पैतृक घर के लिए निकल पड़े. लेकिन, एक युवक 25 दिन पहले, जब कोरोना वायरस का कोई संक्रमण भारत में नहीं था, देश की राजधानी दिल्ली से मध्यप्रदेश के लिए रवाना हुआ. शुक्रवार (27 मार्च, 2020) को वह रामगढ़ जिला के चितरपुर पहुंच गया.
रेलवे लाइन पर चलते-चलते इस युवक ने करीब 1400 किलोमीटर का सफर तय किया है. इस दौरान कुछ जगहों पर लोगों ने इसे भोजन कराया, तो कहीं से लोगों ने डांटकर भगा भी दिया. शुक्रवार को जब वह चितरपुर प्रखंड के बड़कीपोना पहुंचा, तो ग्रामीणों को उसकी दशा पर दया आ गयी. लोगों ने उसे भोजन कराया. इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया.
इस संदर्भ में युवक, जो अपना नाम गुड्डू ठाकुर बता रहा है, ने बताया कि वह दिल्ली में काम करता था. पैसे खत्म हो गये, तो वह अपने गांव के लिए निकल पड़ा. उसका गांव मध्यप्रदेश में है. ट्रेन का टिकट कटाने के पैसे नहीं थे. सो वह रेल लाइन के किनारे-किनारे ही चलता गया. इस दौरान कई जगहों पर वह रुका. कहीं भोजन मिला, तो कहीं दुत्कार.
गुड्डू ठाकुर हर दिन अपने सफर पर चलता रहा. चलते-चलते आज वह बड़कीपोना पहुंच गया. यहां कुछ लोगों की नजर उस पर पड़ी. लोगों ने उससे गहन पूछताछ की. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी. घटना की सूचना मिलने पर रजरप्पा थाना की एएसआइ मालती कुमारी दल-बल के साथ वहां पहुंचीं और युवक से पूछताछ की.
एएसआइ ने बताया कि युवक यहां कैसे पहुंचा, इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है. इस बीच, युवक को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. इस संदर्भ में चितरपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) हुलास महतो ने बताया कि इसकी सूचना मिली है. रामगढ़ सदर अस्पताल में युवक की जांच कराने के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर रामगढ़ नगर परिषद के रैन बसेरा में रखा जायेगा.