अनगड़ा : कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गांव के ग्रामीण भी लगातार शामिल हो रहे हैं. प्रखंड के जोन्हा, कुम्हारटोली, बुकी, गेतलसुद, चमघटी, हेसल, सोसो, जाराटोली, बानपुर सहित दर्जन भर गांवों के ग्रामीणों ने गुरुवार को गांव की सड़कों पर बैरिकेटिंग कर सील कर दिया. युवा पहरेदारी भी कर रहे हैं. ग्रामीणों ने जबरन निकलने पर जुर्माना का प्रावधान भी किया है. इधर सिल्ली डीएसपी चंद्रशेखर आजाद, बीडीओ उत्तम प्रसाद, सीओ देवप्रिया व थाना प्रभारी अनिल कुमार तिवारी ने क्षेत्र के दुकानों का निरीक्षण किया. इस क्रम में उपलब्ध सामग्री व मूल्य की जानकारी ली.
दुकानदारों को मुनाफाखोरी और जमाखोरी से बचने का निर्देश दिया गया. अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि ग्राहकों से अधिक राशि वसूले जाने की स्थिति में दुकानदार सीधे जेल जायेंगे. ग्रामीणों को खाद्यान्न उपलब्ध हो इस दिशा में लगातार माॅनिटरिंग की जा रही है. इधर गेतलसुद क्षेत्र में अनगड़ा हुंडरू फॉल सड़क को भी बैरिकेडिंग कर ग्रामीणों ने बंद कर दिया है. सड़क पर निकलने वाले लोगों पर तख्तियां टांग कर सोशल साइट पर जारी भी किया जा रहा है. वहीं क्षेत्र के लोगों को खाद्यान्न तो थोड़ा ऊंचे मूल्य पर उपलब्ध हो रहा है, लेकिन हरी सब्जियों के लिए भाग-दौड़ करनी पड़ रही है.
बाहरियों के गांव में प्रवेश पर लगी रोक
हटिया. तुपुदाना के डूंगरी गांव में गुरुवार को प्रत्येक सड़क पर बैरियर लगा कर बाहरी लाेगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. जानकारी के अनुसार दिल्ली, मुंबई व बेंगलुरु से पांच आदमी घर आ गये थे और रात में रुके थे. गांव वालों को जब सूचना मिली तो उन्होंने जिला प्रशासन को सूचित किया. सूचना के बाद मेडिकल टीम गांव में आकर सभी का चेकअप कर चली गयी. लेकिन ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. इसके बाद ग्रामीणों ने ग्रामसभा कर बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी.
दीवार लेखन कर बाहरी लोगों को गांव में प्रवेश पर रोक
बेड़ो. प्रखंड के कई गांवों में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए दीवार लेखन किया गया है. इधर अंबाटोली में युवकों ने कोरोना वायरस से रक्षा के लिए झारखंड में लॉक डाउन को लेकर गली मुहल्ले ब्लूटूथ स्पीकर के माध्यम से जागरूकता फैलाते हुए लोगों को सजग और सतर्क रहते हुए घरों में रहने की अपील की. युवकों ने बाहरी लोगों के मुहल्ले में प्रवेश पर प्रतिबंध व जांच के बाद ही प्रवेश किये जाने को लेकर दीवार लेखन भी किया. जागरूकता फैलानेवाले युवकों में संतोष दास, गोबिंदा मोदक, भोला उरांव, दीपक व प्रकाश शामिल हैं.