कोरोना वायरस के कारण लोग घर में रह कर ही समय बीता रहे हैं वहीं दूसरी तरफ चंडीगढ़ जैसे शहर में किसी को इस बात की परवाह ही नहीं हमारे इस तरह बाहर निकलने से लोगों को क्या परेशानी हो सकती है, चंडीगढ़ के अधिकांश वीआईपी UT के अधिकारियों से कर्फ्यू में छूट के लिए पास देने की मांग कर रहे हैं. यहाँ तक कि कुत्तों को टहलाने के लिए और अपने घर में नाई को अनुमति देने के लिए भी पास की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि चंडीगढ़ प्रशासन ने 24 मार्च की मध्य रात्रि से केंद्र सरकार के आदेश के बाद कर्फ्यू लगा दिया था, क्योंकि राज्य में कई मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं, और अब तक संक्रमित मरीजों की संख्या सात हो गई थी. कर्फ्यू में उन्हीं लोगों को छूट देने की बात कही गयी थी जो आपातकाल सेवा में हो या फिर जो इमरजेंसी काम की वजह से अत्याधिक आग्रह कर रह हो, लेकिन शायद वहां के वीआईपी ने इन बातों को अन्यथा ले लिया.
लेकिन अधिकारियों का कहना है कि लोग इन बातों को नहीं समझ रहे हैं कोई कह रहा है कि मेरी माँ एक फल विक्रेता से ताजे फलों का जूस लेती है उनके लिए हमें पास की जरूरत है तो कोई कहता है कि स्वास्थ्य का हवाला देकर सुखना लेक पर सुबह और शाम सैर पर जाने के लिए पास देने की बात कर रहा है, ऐसा प्रशासन से के एक आधिकारी ने जानकारी दी है.
गौरतलब है कि पूरे देश में अब तक पूरे देश में अब तक 673 मामले सामने आए हैं, जबकि 13 लोग की मौत हो गई है. जबकि पूरी दुनिया में अब तक 20 हजार से ज्यादा लोगों की इससे मौत हो गयी गई, जबकि 4 से लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं. मुडीज की माने तो इस वजह से कई देशों की अर्थव्यवस्था खराब हो सकती है. फ्रांस जैसे देश ने तो पहले ही संकट से उभारने के लिए पैकेज के घोषणा कर दी है.