पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की शाम को पूरे देश में 21 दिनों के लिये लॉकडाउन की घोषणा की. कोरोना वायरस जैसी महामारी पर काबू पाने के लिये पीएम मोदी ने देश की जनता को 21 दिनों तक अपने घरों से नहीं निकलने की अपील की. पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि देश में कोरोना वायरस काफी तेजी से फैल रहा है. इसलिये आप अगले 21 दिनों के लिये घरों से बाहर कदम रखने के बारे में भूल जाओ. प्रधान मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन का मतलब हर घर में एक लक्ष्मण रेखा है और अगर लोग इसे पार करते हैं, तो वे वायरस को आमंत्रित करेंगे. अगर हम इन 21 दिनों को अच्छी तरह से नहीं संभालते हैं, तो हमारा देश, आपका परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार भारत में लगभग 536 कोरोनोवायरस मामले हैं, और 10 लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि बिहार के एक युवक की मौत भी कोरोना वायरस से हो चुकी है.पीएम मोदी के इस फैसले का देश की जनता और विपक्ष ने भी स्वागत किया है.लेकिन इसी बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मोदी सरकार के देश में 21 दिन के लॉकडाउन पर सवाल उठाया है.
उन्होंने ट्वीट कर देश में कोरोना वायरस को लेकर 21 दिन के लॉकडाउन के फैसले को देरी से लिया गया फैसला बताया है. उन्होंने आगे लिखा है कि गरीबों को थोड़ा मदद करने और अस्थिर तैयारी के साथ कोरोना वायरस से निपटने में हमें कुछ कठिन दिनों का सामना करना पड़ सकता है. प्रशांत किशोर के ट्वीट पर किरण मजूमदार ने रिट्वीट करते हुए लिखा है कि प्रशांत किशोर 21-दिवसीय कोरोना वायरस लॉकडाउन पर केंद्र में हैं. प्लीज आप वैज्ञानिक तर्क को समझे बिना इस तरह के बयान नहीं देते हैं. मेरा मानना है कि यह सही कदम है न. यह हमें और अधिक परीक्षण के प्रमाण पत्र के आधार पर सूचित निर्णय लेने में मदद करेगा. कोरोना वायरस से इस समय भारत ही नहीं बल्की पूरा विश्व दहशत में है. 195 से ज्यादा देशों को इस महामारी ने अपनी चपेट में ले लिया है. जिनमें से इटली और ईरान में हालात बहुत ही खराब होते जा रहे हैं. इन देशों की हालत को देखते हुए पीएम मोदी ने मंगलवार को 14 अप्रैल 2020 तक पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है.
बिहार में नीतीश सरकार ने पहले ही लॉकडाउन करने का ऐलान कर रखा था. वहीं, देश के दूसरे राज्यों में लॉकडाउन के साथ कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. पीएम मोदी के देशव्यापी लॉकडाउन के बाद भारत के हर कोने से उनके फैसले को समर्थन मिला है लेकिन प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है. प्रशांत किशोर ने लिखा, लॉक डाउन का फैसला सही हो सकता है लेकिन 21 दिनों का वक्त थोड़ा ज्यादा लग रहा है. कोरोना वायरस से डील करने में पीछे रहने की वजह से देश को 21 दिनों का लॉकडाउन भुगतना पड़ रहा है. गरीबों के हालात पर चिंता जताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, गरीबों को लॉकडाउन पीरियड में कैसे मदद पहुंचाई जाएगी इसको लेकर पूरी तैयारी नहीं दिख रही है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए हमें कुछ कठिन दिनों का सामना करना पड़ सकता है.