कोलकाता : दुनिया भर में फैल चुके कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण के बाद अब चीन के नागरिकों जैसे दिखने वाले लोगों के साथ नस्लीय भेदभाव के मामले भी सामने आ रहे है. ताजा मामला कोलकाता का है. कोलकाता में “चाइना टाउन” नाम की एक जगह है. यहां सैकड़ों की संख्या में चीनी नागरिक रहते हैं. हालांकि भले ही ये मूल रूप से चीन के हैं लेकिन सैकड़ों सालों से यहां स्थाई तौर पर निवास करते हैं.
इनमें से कई लोग ऐसे हैं जिनका जन्म कोलकाता में हुआ, यही बड़े हो गये और कभी चीन भी नहीं गये हैं. आरोप है कि ऐसे लोगों को कुछ लोग “कोरोना” कहकर चिढ़ा रहे हैं. कोलकाता वासियों के इस रवैए का जवाब भी चाइना टाउन के लोगों ने दिल छू लेने वाले अंदाज में दिया है. यहां रहने वाले चीनी समुदाय के लोगों ने अपनी टी-शर्ट पर एक संदेश छपवाया है.
इसमें लिखा है, “नहीं मैं कोरोना वायरस नहीं हूं. मेरा जन्म कोलकाता में हीं हुआ और कभी भी चीन नहीं गया. प्रशासन ने इसका संज्ञान लेकर जांच का आश्वासन दिया है. उल्लेखनीय है कि पूरे देश में कोरोना के संक्रमण के बाद चीन के नागरिकों जैसे दिखने वाले लोगों, यहां तक कि पूर्वोत्तर यानी मणिपुर, मेघालय, नागालैंड आदि क्षेत्रों के लोगों को भी भेदभाव का शिकार होना पड़ रहा है.
कई जगहों पर तो छात्रों को घर छोड़कर जाने को मजबूर किया गया है. राजधानी दिल्ली से भी ऐसी खबरें आयी थीं. अब कोलकाता में भी ऐसा ही किया जा रहा है.