विश्वव्यापी महामारी ‘कोरोना वायरस’ से बचने और उसे हराने के लिए के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अपनी पूरी ताकत झोंक चुकी हैं. इसी कड़ी में झारखंड सरकार ने भी 22 मार्च की रात 12 बजे से 31 मार्च तक के लिए पूरे राज्य में लॉकडॉउन की घोषणा कर दी है. इस दौरान पूरे राज्य में धारा 144 लागू है. यानी एक जगह पर पांच से ज्यादा लोगों को जमावड़ा नहीं हो सकता. इसका उल्लंघन करने पर सजा का भी प्रावधान किया गया है.
वहीं, मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक दूरी) बनाने की अपील भी की है. इसके बावजूद न तो आमलोग इसका पालन कर रहे हैं और न ही खास लोग इसे मानने को तैयार हैं. बानगी देखिये कि लॉकडाउन के पहले दिन सोमवार को ही सुबह के वक्त आमलोग जरूरी सामान की खरीदारी के लिए बाजारों में उमड़ पड़े. वहीं, सरकार में शामिल कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के भाजपा व आजसू ने राज्यसभा चुनाव को लेकर अलग-अलग बैठकें आयोजित कीं.
ये हाल है!
1. मुख्यमंत्री ने पूरे राज्य के लोगों से की है सामाजिक दूरी बनाने की अपील
2. जरूर सामान खरीदने के लिए सुबह आमलोगों ने बाजार में लगायी भीड़
3. कांग्रेस ने बनायी राज्यसभा चुनाव की रणनीति, एनडीए ने भी किया मंथन
रांची. कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर सरकार द्वारा उठाये गये ‘लॉकडाउन’ जैसे महत्वपूर्ण कदम के साथ आमलोगों ने पहले ही दिन खिलवाड़ शुरू कर दिया. न सिर्फ राजधानी, बल्कि राज्य के अन्य हिस्से में भी जरूरी सामान की खरीदारी के लिए बाजार में सुबह से ही लोगों में अफरातफरी दिखी. धारा 144 का उल्लंघन करते हुए बड़ी संख्या में आमलोग सब्जी और राशन खरीदने निकल पड़े.
वहीं, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर लोगों की भीड़ देखी गयी. लॉकडाउन के दौरान राजधानी में धड़ल्ले से दोपहिया और चारपहिया वाहन दौड़ते नजर आये. दोपहर बाद राजधानी में डीसी, एसपी सहित प्रशासन के अधिकारियों ने मोर्चा संभाला, लोगों को घर वापस भेजना शुरू किया. प्रशासन ने लॉकडाउन तोड़नेवालों पर सख्ती भी बरती. लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में सबसे पहला मामला डोरंडा के रसिक लाल मिष्ठान भंडार के खिलाफ दर्ज किया गया.
कांग्रेस भवन में हुई बड़ी बैठक
कांग्रेस नेताओं ने सोमवार शाम कांग्रेस भवन में एक बड़ी बैठक कर राज्यसभा चुनाव की रणनीति बनायी. बैठक में राज्यसभा चुनाव पर्यवेक्षक सांसद पीएल पुनिया समेत कई बड़े नेता शामिल थे. वहीं, कांग्रेस भवन के बाहर पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता जमे रहे. खैर, पार्टी बैठक तो कर रही है, लेकिन उसके पास राज्यसभा तक जाने के आंकड़े नहीं हैं. विधानसभा में संख्या बल के आधार पर शिबू सोरेन और दीपक प्रकाश का जाना लगभग तय माना जा रहा है.
अगर हम रोड पर निकलते हैं, तो वह लॉकडाउन का उल्लंघन होता है. हम कमरे के अंदर बैठे हैं और विधायकों से बात कर रहे हैं तो वह लॉकडॉउन का उल्लंघन नहीं है. जिस प्रकार प्रेस-मीडिया अंदर बैठे हैं, तो वह इस दायरे में नहीं आयेंगे. मंगलवार को विधानसभा की बैठक और सीएम की बैठक भी लॉकडॉउन के दायरे में नहीं आयेगी.
आलोक दुबे, प्रवक्ता, कांग्रेस
विधानसभा में एनडीए ने बनायी रणनीति
भाजपा विधायकों ने भी विधानसभा परिसर में बैठक कर रणनीति बनायी.इसमें प्रदेश अध्यक्ष सह भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश की जीत को लेकर रणनीति बनायी गयी. बैठक में शामिल होने को लेकर प्रत्याशी दीपक प्रकाश, संगठन महामंत्री धर्मपाल व प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा भी विधानसभा पहुंचे थे. लगभग आधे घंटे तक चली बैठक में आजसू विधायक सुदेश महतो के साथ भाजपा के एक दर्जन से अधिक विधायक मौजूद थे.
बैठक विधानसभा में हुई है, प्रदेश कार्यालय में नहीं. एनडीए विधायक दल की बैठक थी, जिसमें कोरोना वायरस की त्रासदी के साथ राज्यसभा चुनाव पर चर्चा हुई . इस बैठक में प्रदेश अध्य्क्ष और संगठन महामंत्री पार्टी के भावी योजना पर चर्चा के लिए पहुंचे थे.
बिरंची नारायण, विधायक, भाजपा