नवादा. देश भर में कोरोना का खौफ है. इस वैश्चिक महामारी से बचाने के लिये जनता कर्फ्यू का असर हर तरफ देखने को मिला. वही बिहार के नावादा जिले मे एक अलग ही मामला सामने आया है. विदेश से वापस अपने घर लौटे दो लोगों को परिजनों ने घर में घुसने से मना कर दिया. इसके बाद दोनों ने इलाज कराने के लिये सदर अस्पताल पहुंचे, जहां से दोनों को रेफर करने की सूचना मिल रही है. बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मौत हो गयी है. वही दो लोगों की कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. जिससे लोगों में कोरोना वायरस को लेकर दहशत देखने को मिल रहा है. हाइवे से लेकर रेलवे स्टेशन व बस पड़ावों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
शहर के मुहल्लों से लेकर गांव की गलियों तक लोग अपने-अपने घरों में दुबके हुये है. एहतियात को लेकर जिला प्रशासन ने दर्जनों ध्वनि विस्तारक यंत्र वाले वाहनों से जागरुकता फैलाने में जुटा रहा. जिले के आलाधिकारी सुबह से सड़कों पर लोगों को कोरोना से बचने व घरों से नहीं निकलने को लेकर जागरूक करते रहे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गया से नवादा आने में कई लोगों ने प्रति पैसेंजर पांच-पांस सौ रुपये देकर नावादा पहुंचे. इसमें कुछ लोग दिल्ली से आए हुए थे. दिल्ली से गया के रास्ते नवादा पहुंचे दो लोगों को जब प्रजातंत्र चौक पर मीडिया के लोगों ने जानकारी ली, तो बताया गया कि जमुई जाना है. इन लोगों के स्टेशन पर ही ठहरे रहने की जानकारी मिल रही है.
प्रशासन वैसे लोगों का भी पता लगा रहा है, जो लोग किसी तरह नवादा पहुंच रहे है. प्रशासन उन लोगों की पूरी रिपोर्ट लेने में जुटा है. सड़को पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी टेम्प्रेचर मशीन लेकर जांच करने में सड़कों पर हांफती रही. हालात यह हो गये कि सदर अस्पताल में भी जनता कर्फ्यू के दिन कुछ मरीज संदेह के आधार पर जांच के लिये पहुंचे. जानकारी के अनुसार दो व्यक्ति शहर में रविवार को तेहरान से पहुंचे. जिसे घर वालों ने घर में घुसने से मना कर दिया. वही परिजनों ने घर के अंदर से दरवाजा बंद कर दिया. इसके बाद दोनों सदर अस्पताल पहुंचे. जिसे इलाज के लिये पावापुरी रेफर कर दिया गया. इस बात की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग की ओर से नहीं हो सकी है. वैसे इस तरह के और भी मरीजों की आने की सूचना है, जिससे लोगों में कोरोना को लेकर दहशत का माहौल है.