जयपुर : राजस्थान में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के छह नये मामले सामने आये हैं. अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की सरकार ने आवश्यक सेवाओं (Emergency Services) को छोड़कर पूरे राज्य में 31 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) की घोषणा कर दी है. राज्य में अब तक इसके 23 मामले सामने आ चुके हैं. अधिकारियों ने बताया कि 42 संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने बताया कि 6 में से 5 लोग उस निजी अस्पताल के कर्मी हैं, जहां एक चिकित्सक कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था. उन्होंने बताया कि एक अन्य मामला जयपुर में सामने आया है और इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 23 हो गये हैं.
इनमें से तीन मरीज अब बीमारी से उबर चुके हैं. इन तीन में एक इतालवी पर्यटक दंपती भी है. हालांकि, चिकित्सकों ने बताया कि बीमारी से उबर चुके 69 वर्षीय इतालवी व्यक्ति ने बाद में दिल का दौरा पड़ने के कारण गुरुवार की रात को एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया था. वह दिल और फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित था.
भीलवाड़ा जिला प्रशासन ने शहर की सीमाएं बंद कर दी हैं और वायरस को फैलने से रोकने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है. झुंझुनूं में भी इसी प्रकार के कदम उठाये गये हैं, जहां तीन लोग संक्रमित हैं.
कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को 31 मार्च तक के लिए आवश्यक सेवाओं को छोड़कर राज्य में पूर्ण लॉकडाउन का निर्देश दिया.
उन्होंने एक बयान में कहा कि राज्य में कोरोना वायरस पर अंकुश पाने के लिए और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए 22 मार्च से 31 मार्च तक जरूरी सेवाओं और मेडिकल सेवाओं को छोड़कर ‘पूर्ण लॉकडाउन’ होगा. गहलोत ने शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया.
उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालय, मॉल, फैक्टरियां, सार्वजनिक परिवहन आदि इस दौरान बंद रहेंगे. राज्य में अब तक 23 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाये गये हैं और 40 अन्य की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है.