नयी दिल्ली : देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. ताजा मामला 300 के पार पहुंच चुका है. दूसरी ओर कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जंग छेड़ रखी है. पीएम मोदी ने रविवार 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया है. जिसमें जनता, जनता द्वारा और जनता के लिए पूरे देश में कर्फ्यू करेगी. मोदी के इस पहल की हर ओर प्रशंसा हो रही है, लेकिन इसमें राजनीति भी जमकर हो रही है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि छोटे व्यापारियों एवं मजदूरों को ताली बजाने से मदद नहीं मिलेगी और इनको राहत देने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने होंगे. गांधी ने ट्वीट कर किया, कोरोना वायरस हमारी नाज़ुक अर्थव्यवस्था पर एक कड़ा प्रहार है. छोटे, मध्यम व्यवसायी और दिहाड़ी मजदूर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. ताली बजाने से उन्हें मदद नहीं मिलेगी.
उन्होंने कहा, आज नकद मदद, टैक्स ब्रेक और कर्ज अदायगी पर रोक जैसे एक बड़े आर्थिक पैकेज की जरुरत है. तुरतं कदम उठाये. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान किया है कि रविवार को जनता कर्फ्यू के दिन कोरोना के खिलाफ जुटे हुए लोगों के सम्मान में आम जनता अपने घरों की बालकनी से पांच मिनट के लिए ताली या थाली बजाएं.
गौरतलब है कि रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस संकट को लेकर 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक ‘जनता कर्फ्यू’ का आह्वान किया है और कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
उन्होंने बृहस्पतिवार को करीब 30 मिनट के राष्ट्रीय संबोधन में सभी भारतीयों से अपील की कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए यथासंभव घरों के अंदर ही रहें और कहा कि दुनिया में कभी इतना गंभीर खतरा पैदा नहीं हुआ. साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यवस्था के समक्ष उपजी चुनौतियों को देखते हुए सरकार ने कोरोना वायरस आर्थिक प्रक्रिया कार्यबल गठित करने का फैसला किया है.
मोदी ने कहा, 22 मार्च को हमारा यह प्रयास, हमारा आत्म संयम, देश हित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक मजबूत प्रतीक होगा. उन्होंने कहा कि जनता कर्फ्यू जनता के लिए, जनता द्वारा लगाया गया कर्फ्यू है. उन्होंने देशवासियों से अपील की कि 22 मार्च की शाम पांच बजे डॉक्टरों, चिकित्सा के पेशों में लगे लोगों, साफ-सफाई में लगे कर्मचारियों को उनकी सेवा के लिए धन्यवाद देना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में भी इतने देश प्रभावित नहीं हुए थे जितना की कोरोना वायरस से हुए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण पूरा विश्व संकट से गुजर रहा है और प्रत्येक भारतीय को सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह मानना गलत है कि भारत पर कोरोना वायरस का असर नहीं पड़ेगा. ऐसी महामारी में ‘हम स्वस्थ, जग स्वस्थ’ मंत्र काम आ सकता है.