जबलपुर/भोपाल : मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के पहली बार चार मामले सामने आये हैं. जबलपुर में दो महिलाओं सहित चार लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. जिला कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि जांच रिपोर्ट में हाल ही में दुबई की यात्रा से लौटे एक परिवार के तीन लोगों तथा जर्मनी से लौटे एक व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
उन्होंने बताया कि ये लोग दो दिन पहले ही विदेश से वापस आये हैं. यादव ने बताया कि प्रशासन ने उनकी विदेश यात्रा की जानकारी हासिल होने के बाद उनकी जांच के लिए नमूने लिये थे. इन मरीजों को सरकारी जिला विक्टोरिया अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया और बाद में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के पृथक वार्ड में स्थानांतरित किया गया है.
उन्होंने बताया कि सभी चार लोगों की जांच रिपोर्ट शुक्रवार शाम को पॉजिटिव मिली. जिला कलेक्टर ने कहा कि निगरानी प्रोटोकॉल के तहत प्रशासन अब उन लोगों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहा है, जिनसे ये लोग विदेश यात्रा से वापस आने के बाद जबलपुर में मिले थे.
उन्होंने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है. इन लोगों के नमूनों की जांच जबलपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च इन ट्राइबल हेल्थ में की गयी, जो कि मध्यप्रदेश में एम्स भोपाल के बाद कोरोना वायरस की जांच के लिए दूसरा अधिकृत केंद्र है.
कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर मध्यप्रदेश की जेलों में कैदियों से उनके परिजन और अन्य अगुंतकों की मुलाकात पर 31 मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया है. प्रदेश के जेल मुख्यालय ने शुक्रवार (20 मार्च, 2020) को एक आदेश जारी कर प्रदेश के सभी जेल अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए कैदियों से आंगुतकों की मुलाकात को रोक दिया जाये. यह आदेश प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा की गयी सलाह के आधार पर लिया गया है.
जेल मुख्यालय ने अधिकारियों को कोरोना वायरस के खतरे के बारे में कैदियों के परिवार जनों और अन्य आगंतुकों को परामर्श देने के लिए भी कहा है. मालूम हो कि प्रदेश के जेलों में बंद कैदियों से मुलाकात करने के लिए प्रतिदिन हजारों लोग जेलों में पहुंचते हैं.