निर्भया के साथ वहशीपने की हद पार कर देने वाले चारों दोषियों को फांसी दे दी गयी. अब कह सकते हैं कि बीते सात सालों से न्याय का इंतजार कर रही निर्भया और उसके मां-बाप को न्याय मिल गया. हालांकि, दोषियों ने कोशिश बहुत की थी कि, फांसी टल जाये लेकिन न्याय के घर देर है अंधेर नहीं. निर्भया के कातिलों के फंदे पर झूलते ही ये साबित हो गया………………
साथ ही सुकून मिला, आंसू भरी उन आंखों को जिन्हें, सालों से अपनी लाडली के लिये न्याय का इंतजार था…सुकून मिला उस बाप को, जो ना जाने कितनी रातें खुली आंखों से इस आस में गुजार चुका है कि, आखिर उनकी बेटी को न्याय कब मिलेगा.