कोरोना वायरस corona virus पूरे विश्व में एक बड़ी महामारी का रुप ले चुकी है. जहां इसकी चपेट में आने से कई देशों में मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं वहीं भारत इसको लेकर हाई अलर्ट पर है. भारत में भी इसके संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जहां देश भर के कई मंदिरों के दरवाजे भक्तों के लिए बंद कर दिए गए हैं वहीं बिहार के भी अनेकों तिर्थ स्थलों पर इसको लेकर सतर्कता बरती जा रही है. सरकार के सर्तकता आदेश को देखते हुए बोधगया में विदेशी बौद्ध मंदिरों में ग्रुप में मेडिटेशन , प्रेयर और चैटिंग करना बंद है.मंगलवार से बोधगया महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया(श्रीलंकाई बौद्ध मंदिर) का गेट दो दिनों के लिए बंद रखने का फैसला मंदिर प्रबंधन ने लिया था.
जानकारी के अनुसार बोधगया के ज्यादातर बौद्ध मंदिरों में चैटिंग, प्रेयर मेडिटेशन बंद कर दिया गया है. कोरोना वायरस से सुरक्षा को देखते हुए मंदिर का गेट फिलहाल दो से तीन दिनों के लिए बंद किया रखे गए.। ऐसे में बोधगया घूमने आए पर्यटक बंद पड़ी मंदिरों का दर्शन व पूजा नहीं कर सकें
श्रीलंका सरकार ने जारी की एडवाइजरी :
कोरोना वायरस के पसारते पांव को देखते हुए श्रीलंका सरकार ने भारत में मौजूद अपने देशवासियों को वापस देश लौटने का एडवाइजरी जारी कर दी है.इस आदेश के बाद बोधगया में महाबोधि मंदिर का दर्शन और पूजा करने पहुंचे श्रीलंकाई बौद्ध श्रद्धालुओं को बोधगया से वापस श्रीलंका लौटना होगा.प्राप्त जानकारी के अनुसाार 19 मार्च तक सभी पर्यटकों को दिल्ली पहुंचने को कहा गया था.दिल्ली से श्रीलंका की सरकारी विमान से उनको वापस श्रीलंका ले जाया जाएगा. बोधगया में अभी सैंकड़ों श्रीलंकाई पर्यटक व भिक्षु हैं.वहीं बोधगया आने पर विदेशी पर्यटकों पर तत्काल रोक ल गा दी गई है. विदेशी पर्यटकों से भरे रहने वाले बोधगया में पहली बार इस तरह का सूनापन देखने को मिल रहा है.
भगवान बुद्ध के दर्शन पर भी शर्तें लागू :
कोरोना वायरस corona virus का असर बोधगया महाबोधि मंदिर पर भी पड़ा है. मंदिर में पूजा पाठ करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक कमी देखी जा सकती है. वहीं जो लोग मंदिर जा रहे हैं उन एक मीटर दूर से ही गर्भगृह में भगवान बुद्ध का दर्शन करने का आदेश जारी किया गया है. महाबोधि मंदिर में विदेशी पर्यटकों द्वारा भगवान बुद्ध को चीवर चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है. वहीं श्रद्धालुओं से कम से कम एक मीटर दूरी बनाए रखने का अनुरोध किया गया है.इसके लिए मंदिर में कई जगह पोस्टर लगे देखे जा सकते हैं.