पटना. बिहार में कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकार के सभी कार्यालयों में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. खासतौर से मुख्य सचिवालय, विकास भवन, विश्वेश्वरैया भवन, टेक्नोलॉजी भवन और सूचना भवन सचिवालय में सामान्य लोगों के लिए ‘प्रवेश पास’ के माध्यम से प्रवेश को बंद कर दिया गया है. अगर किसी व्यक्ति को इन कार्यालयों में किसी अधिकारी से मिलना है, तो उन्हें संबंधित अधिकारी से समय लेकर मिलना होगा. ऐसे लोगों को मुख्य गेट पर पास तभी दिया जायेगा, जब संबंधित अधिकारी इसकी सूचना मुख्य गेट पर पहले ही दे रखी होगी. यह व्यवस्था फिलहाल 31 मार्च तक लागू रहेगी. इस मामले में केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने भी विशेष एडवाइजरी जारी की है, जिसके मद्देनजर राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने भी आदेश जारी कर दिया है. केंद्रीय कार्मिक विभाग ने भी अपने कार्यालयों में एहतियात बरतने से संबंधित कई आदेश जारी किये हैं और सभी मंत्रालय या विभागों को तुरंत जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है. इसके अलावा केंद्रीय कार्मिक विभाग ने सभी कर्मियों के लिए यह भी जारी किया है कि वे क्या करें या क्या नहीं करें. इसमें हाथ मिलाने, यत्र-तत्र थूकने, फ्लू के लक्षण दिखने वाले किसी व्यक्ति अगर आपकों दिखे तो इसकी सूचना दें.
बिना परीक्षा के आठवीं तक के बच्चे अगली कक्षा में होंगे प्रोमोट
कक्षा एक से आठ तक के 1.50 करोड़ से अधिक बच्चों को बिना परीक्षा लिये अगली कक्षा में प्रोमोट कर दिया जायेगा. शिक्षा विभाग ने कोरोना के मद्देनजर यह निर्णय लिया है. सूत्रों के मुताबिक कोरोना की वजह से मार्च में प्रस्तावित कक्षा एक से आठ तक की वार्षिक परीक्षाओं और आंतरिक मूल्यांकन को स्थगित कर दिया गया है. ये परीक्षाएं 16 से 24 मार्च तक होनी थीं. 31 मार्च तक कोरोना की वजह से स्कूल-कॉलेज सहित सभी शैक्षणिक संस्थाएं बंद कर दी गयी हैं. प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ रणजीत कुमार सिंह ने बताया कि नया शैक्षणि क सत्र समय पर शुरू किया जा सके, इसलिए प्राथमिक और मध्य स्कूलों की प्रत्येक कक्षा के बच्चों की क्लास प्रोमोट करने का निर्णय लिया गया है. इससे पहले यूपी बोर्ड और सीबीएसई ने भी कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रवेश देने की घोषणा पहले ही कर रखी है.
डीएमसीएच में आज से चालू हो जायेगा कोरोना का दूसरा जांच सेंटर
राज्य में कोरोना वायरस की जांच के लिए एक और केंद्र खुलेगा. दरभंगा मेडि कल कालेज अस्पताल में दूसरा जांच केंद्र शुक्रवार से काम करने लगेगा. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने इसका निर्देश दिया है. राज्य में अब तक सिर्फ पटना के राजेंद्र स्मारक शोध संस्थान (आरएमआरआइ) में ही कोरोना वायरस की जांच की जा रही है. राज्य की जरूरतों को देखते हुए गुरुवार को आइसीएमआर के महानिदेशक ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार को बताया कि डीएमसीएच में दूसरा सेंटर शुक्रवार तक काम करने लगेगा. वहां जांच के लिए आवश्यक उपकरण और किट उपलब्ध करा दिये जायेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को राज्य में कोरोना वायरस से बचाव को लेकर किये जा रहे इंतजाम की जानकारी ली. आइसीएमआर के निदेशक ने गुरुवार को स्वास्थ्य वि भाग के प्रधान सचिव के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर राज्य में कोरोना की स्थिति का जायजा लिया. इसमें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी उपस्थित थे.