जिस कोरोना वायरस (Covid-19) ने पूरी दुनिया को खौफ में ले रखा है उसके संक्रमण का आंकड़ा भारत में भी 170 पार कर गया है. हर रोज कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. इस घातक वायरस ने दुनिया भर में दो लाख से ज्यादा लोगों को चपेट में लिया है तो वहीं मृतकों की संख्या आठ हजार से ज्यादा हो चुकी है. दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले भारत सहित दक्षिण एशियाई देशों में मरीजों की संख्या कम क्यों दिख रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि बीमारी की जांच किस स्तर पर हो रही है. भारत में यह माना गया कि ज्यादातर विदेश से आने वाले लोग इस बीमारी के वाहक हैं. इसलिए इस बीमारी की स्क्रीनिंग या जांच केवल उन्ही लोगों की हुई जो हाल फिलहाल में विदेश यात्रा से लौटे थे. लेकिन उस जांच के बावूजद यह बीमारी उन लोगों में भी फैल गई जो कभी विदेश नहीं गए.
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स्वास्थ्य अधिकारी इसे दूसरे चरण का संक्रमण मानते हैं. लेकिन अब अंदेशा है कि यह बीमारी समुदायिक स्तर पर संक्रमण यानी तीसरे चरण में प्रवेश करने वाली है. आईसीएमआर ने इस आशंका के मद्देनजर जांच का दायरा बढ़ा दिया है. कोरोना जिसका वैज्ञानिक नाम कोविड-19 दिया गया है उसकी शुरुआत पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान शहर से हुई.जांस हॉपकिंस यूनिवर्सिटी पूरी दुनिया में इस बीमारी के आंकड़े इकट्ठा कर रही है. उस आंकड़े से साफ है कि औसतन दस से पंद्रह दिन की सुस्त चाल के बाद यह बीमारी आग की तरह फैलती है.आईसीएमआर ने आज ही एक रिपोर्ट दी है कि अभी तक भारत में कोरोना वायरस समाज में फैल नहीं रहा है. यानी कि अगर किसी एक व्यक्ति में पॉजिटिव लक्षण पाए गए तो इसका मतलब ये नहीं है कि उसकी वजह से पूरे इलाके में इसका असर फैल जाए.
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इन सब के बीच आईसीएमआर का ये भी मानना है कि अगले 15 दिन में इसपर काबू नहीं पाया गया तो देश में संक्रमण का आंकड़ा अचानक से बढ़ेगा. अगर ये संक्रमण अपने तीसरे और चौथे चरण में पहुंचता है तो महामारी का रूप ले लेगा जिससे काफी नुकसान होगा. हालांकि अगर पहले से जरूरी ऐहतियाती कदम उठाए जाएं तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है. आंकड़े बता हैं कि किस तरह शुरुआती दिनों में की गई लापरवाही इटली, दक्षिण कोरिया और ईरान में तबाही बनकर आ गई है. तकरीबन ये सभी देश शुरुआत में चुक गए और अब आपाधापी में रोकने के लिए हांथपांव मार रहे हैं.
भारत के लिए राहत की बात ये है कि कोरोना के कारण देश में केवल तीन ही लोगों की मौत हुई है जबकि दर्जनों लोग ठीक भी हुए हैं. भारत में ज्यादातर कोरोना के मामले विदेश से आयातित हैं लेकिन इन लोगों ने देश के कई लोगों को संक्रमित कर दिया है. अब सवाल है कि जो देशी लोग संक्रमित तो हैं लेकिन जांच से बाहर उसके खतरे को गंभीरता से लेना होगा क्योंकि इस बीमारी का अभी कोई इलाज नहीं है लेकिन कुछ ऐहतियाती उपाय आपको संक्रमण से दूर रख सकते हैं.
कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे देशवासियों को संबोधित करेंगे. वहीं, भारतीय रेलवे ने 168 ट्रेनों को रद कर दिया है. नोएडा के साथ ही राजस्थान में धारा 144 लगा दी गई है. भारत ने 36 देशों से आने वाले यात्रियों के भारत में प्रवेश पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया है.