मालदा : कोरोना वायरस से व्याप्त खौफ के बीच एक पोल्ट्री फार्म की करीब 600 मुर्गियां मर गयीं जिससे आसपास के लोग सहम गये हैं. यह घटना ओल्ड मालदा ब्लॉक के साहापुर ग्राम पंचायत के माधाईपुर गांव में हुई है. घटना के बाद पोल्ट्री फार्म के मालिक के आदेश पर मृत मुर्गियों को दफना दिया गया. हालांकि इस चिराचरित गतिविधि के बीच स्थानीय लोगों ने कोरोना की आशंका के बीच मुर्गियों को दफनाने की जगह जला देना चाहिये था. वरना कोरोना वायरस का प्रकोप वैसे ही बना हुआ है. इसलिये किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहिये. इन लोगों ने कहा कि प्रशासन को मुर्गियों के मरने की जांच करनी चाहिये. इस बारे में हालांकि स्थानीय साहापुर ग्राम पंचायत ने चुप्पी साधे हुए है.
इस संबंध में मालदा के प्राणी संपदा विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अरुप माझी ने बताया कि इसे लेकर अनावश्यक रुप से भयभीत होने की जरूरत नहीं है. इस सीजन में मुर्गियों को रानीखेत नामक रोग पकड़ता है. उन्हें माधाईपुर इलाके के पोल्ट्री मुर्गियों के मरने की जानकारी नहीं थी. ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को जमीनी तहकीकात के लिये प्रभावित इलाके में भेजा जायेगा. पोल्ट्री फार्म के कर्मचारी आजम शेख ने फार्म में करीब दो हजार ब्रायलर मुर्गियां थीं जिनमें से 250 मर गयीं हैं. हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि 600 मुर्गियों की मौत हुई है.
ओल्ड मालदा के बीडीओ इरफान हबीब ने बताया कि उन्हें घटना के बारे में जानकारी नहीं थी. ब्लॉक प्रशासन के पक्ष से अधिकारियों को इलाके में भेजा जा रहा है. हालांकि यह घटना सामान्य घटना है जो इस सीजन में अक्सर होती है. इसको लेकर अनावश्यक रुप से डरने की जरूरत नहीं है. घटना की पड़ताल की जा रही है.