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गूगल नेस्ट वाइ-फाइ दे निर्बाध इंटरनेट , पायें बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी

वाइ-फाइ बहुत सीमित दायरे में काम करता है, लेकिन मेश नेटवर्किंग का दायरा अपेक्षाकृत बड़ा होता है. अगर आपका घर बड़ा है तो मेश नेटवर्किंग का उपयोग आपके लिए सही विकल्प है.

वाइ-फाइ बहुत सीमित दायरे में काम करता है, लेकिन मेश नेटवर्किंग का दायरा अपेक्षाकृत बड़ा होता है. अगर आपका घर बड़ा है तो मेश नेटवर्किंग का उपयोग आपके लिए सही विकल्प है. गूगल नेस्ट वाइ-फाइ आपको यही विकल्प उपलब्ध कराता है. इतना ही नहीं, गूगल वाइ-फाइ एप आपके कहे अनुसार निर्धारित समय पर खुद-ब-खुद इंटरनेट कनेक्शन को पॉज भी कर सकता है

आ जकल अधिकतर घरों में वाइ-फाइ की सुविधा मौजूद है. लेकिन इसका दायरा बहुत सीमित होता है और इस दायरे के बाहर जाते ही आपका नेटवर्क काम करना बंद कर देता है और मजबूरन आपको दूसरे नेटवर्क मोड पर जाना पड़ता है. लेकिन अगर आपके पास गूगल नेस्ट वाइ-फाइ है, तो आप इस दिक्कत से बच सकते हैं.

क्या है गूगल का मेश नेटवर्क सिस्टम

गूगल नेस्ट वाइ-फाइ एक मेश नेटवर्क सिस्टम है, जो आपके पास उपलब्ध राउटर से जुड़ने के बाद आपके पूरे घर में एक मजबूत वाइ-फाइ कनेक्शन उपलब्ध कराता है. यह सामान्य वाइ-फाइ के मुकाबले काफी शक्तिशाली होता है. आप चाहे घर के किसी भी कोने में क्यों न चले जायें आपको नेटवर्क मोड बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी. मेश नेटवर्क को इस तरह डिजाइन किया गया है कि जरूरत के अनुसार आप इसका विस्तार भी कर सकते हैं. एक घर में अनेक मेश नेटवर्क का उपयोग किया जा सकता है. यह नेटवर्क कई उपकरणों को एक साथ प्रबंधित करने की क्षमता रखता है.

ऐसे काम करता है

नेटवर्क के अच्छी तरह काम करने के लिए नोड को सही तरीके से व्यवस्थित करना होता है. प्रत्येक नोड एकल नेटवर्क की तरह काम करता है. इसका मुख्य नोड सीधे घर के मॉडम, जो आमतौर पर आपके द्वारा उपलब्ध कराया गया राउटर होता है, से जुड़ता है. इसके बाद राउटर का वायरलेस कवरेज बंद कर दिया जाता है. राउटर का वायरलेस कवरेज बंद होने के बाद घर के आसपास रखे गये नोड्स को पावर दिया जाता है और गूगल होम के जरिये इसे व्यवस्थित किया जाता है. नोड के व्यवस्थित होने के बाद घर के कोने-कोने में वाइ-फाइ सिग्नल आने लगता है. यह काफी तेज गति से काम करता है, क्योंकि इस सिस्टम में कई राउटर एक साथ मिल कर काम करते हैं. गूगल नेस्ट वाइ-फाइ बिल्कुल मेश नेटवर्क जैसी कवरेज प्रदान करता है, ताकि आपकी कनेक्टिविटी बाधित न हो.

क्या हैं खास फीचर

नेटवर्क असिस्ट

गूगल नेस्ट वाइ-फाइ का नेटवर्क असिस्ट नामक फीचर आपके नेटवर्क को सक्रिय रूप से प्रबंधित करने और उसे अनुकूलित करने की अनुमति देता है, ताकि आपको सेटिंग्स एडजस्ट करने की जरूरत न पड़े. अन्य मेश डिवाइसेज की तरह, यह आपके डिवाइस को सबसे अच्छे नोड में ले जाकर घर के सभी कोने में सिग्नल स्ट्रेंथ को शक्तिशाली बनाये रखता है, ताकि आपको अबाधित रूप से बेहतर स्पीड मिलती रहे.

शिड्यूल पॉज

गूगल के मेश नेटवर्क का एक फीचर शिड्यूल पॉज भी है. यह फीचर आपके घर के इंटरनेट को पॉज करने की अनुमति देता है. इसके माध्यम से आप वाइ-फाइ को स्वचालित रूप से रोज बाधित कर सकते हैं, जैसे सोने के समय या बच्चों के होमवर्क के समय, ताकि इंटरनेट की वजह से आपको कोई व्यवधान उत्पन्न न हो. इसके लिए आपको गूगल वाइ-फाइ एप का उपयोग करके अपने सिस्टम को नियमित रूप से एक निश्चित समय पर बंद करने को कहना होगा. समय होने पर आपका राउटर विशिष्ट उपकरणों के इंटरनेट कनेक्शन को रोक देगा, जबकि बाकी के उपकरणों पर आप ऑनलाइन बने रहेंगे.

एक घर में कितने नोड की जरूरत

छोटे घर (1,500 वर्ग फीट तक के) के लिए एकल गूगल नेस्ट वाइ-फाइ पर्याप्त है, लेकिन अगर आपका घर दो-मंजिल का है तो आपको कम-से-कम दो नोड घर में लगाने होंगे. एक भूतल के लिए और एक पहली मंजिल के लिए. अगर आपका घर 4,500 वर्ग फुट का है तो आपको तीन नोड लगाने होंगे. ऐसे घर के लिए गूगल तीन नोड का पैक भी उपलब्ध करा रहे हैं.

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