सहजन का फूल एक पारंपरिक बंगाली रेसिपी है. वसंत ऋतु में सहज पाये जानेवाले सहजन का फूलों में कई तरह के महत्वपूर्ण खनिज एवं विटामिन पाये जाते हैं. ये खून को साफ करके पिंपल की समस्या को दूर करते हैं. तनाव के स्तर को कम करते हैं.
सहजन के फूल को अच्छी तरह धोकर रात भर भर नमक मिले पानी में डुबो कर रखें. इसका कसैलापन निकल जायेगा. सुबह उस पानी को निथार कर फूलों में पुन: थोड़ा-सा नमक, हल्दी और पानी डालें और उन्हें मध्यम आंच पर पांच मिनट तक उबाल लें. ठंडा होने पर उसका पानी निचोड़ कर फेंक दें और साफ पानी एक बार धो लें . आलुओं को छील कर छोटे टुकड़ों में काट लें. कड़ाही में सरसों का तेल डाल कर गर्म करें. उसमें एक सूखी लाल मिर्च तथा जीरा डाल कर चटकाएं.
अब कटा प्याज डाल कर सुनहरा होने तक भूनें. फिर कटे हुए आलुओं को डाल कर सुनहरे होने तक भूनें. फिर उसमें उबले हुए सहजन के फूल, हल्दी पाउडर, सरसों पेस्ट, हरी मिर्च पेस्ट तथा लाल मिर्च पाउडर डाल कर थोड़ी देर ढंक कर पकने दें.
फिर भूनी हुई मूंगफली, नमक और नारियल का पेस्ट डालें. पांच मिनट चला कर पकाने के बाद गर्म मसाला डालें. फिर धनिया पत्ती डाल कर गैस ऑफ कर दें. आपके लिए सहजन के फूल की सब्जी तैयार है. इसे गर्मागर्म रोटी या परांठे के साथ सर्व करें.
– 500ग्राम लें सहजन का फूल
– उसमें 1 कप बारीक कटा प्याज काट कर मिला लें,
– 1 टी-स्पून हल्दी पाउडर भी ले लें
– 2 टी-स्पून हरी मिर्च पेस्ट बना कर डालें
– 1 टी-स्पून गर्म मसाला पीस कर डाल दें
– 1 बड़ा पीस आलू ले लें
– 5 टेबल स्पून सरसों तेल और
– 2 टेबल स्पून सरसों पेस्ट पीस लें
– 2 टेबल स्पून नारियल का पेस्ट को मिला दें
– 2 पीस सूखी लाल मिर्च और
– 1/2 टी-स्पून साबुत जीरा भी इस्तेमाल करें
– मूंगफली को भून कर 2 टी-स्पून ले लें
– और उसमें स्वाद अनुसार नमक मिला दें
पांच मिनट बाद आपका सहजन का सब्जी बनकर तैयार हो जाएगा. इसे चावल और रोटी के साथ खाएं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.