संजय कुमार
रातू : झारखंड की राजधानी रांची के रातू थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक कंटेनर से 38 गौवंश को मुक्त कराया है. सोमवार तड़के करीब तीन बजे रिंग रोड तिलता के समीप से रातू पुलिस ने एक 10 चक्का कंटेनर ट्रक (UP21BN 1781) से 38 गौवंशीय पशु को मुक्त कराया.
बताया गया है कि रविवार की रात रातू पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि एक कंटेनर ट्रक के जरिये गौवंश की रांची के रास्ते तस्करी हो रही है. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने रात करीब तीन बजे रिंग रोड पर इस कंटेनर ट्रक को रोका. पुलिस ने कंटेनर के चालक और उसमें सवार लोगों से पूछताछ की कोशिश की, लेकिन अंधेरे का लाभ उठाकर तीन लोग फरार हो गये.
सोमवार तड़के करीब तीन बजे रिंग रोड तिलता के समीप से रातू पुलिस ने एक 10 चक्का कंटेनर ट्रक (UP21BN 1781) से 38 गौवंशीय पशु को मुक्त कराया. अज्ञात लोगों के खिलाफ 414 भादवि, पशु क्रूरता अधिनियम 1960, झारखंड गौवंशीय पशुवध निषेध अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज किया गया है.थाना प्रभारी, रातू
पुलिस ने 38 गौवंशीय पशु को संडे मार्केट में चहारदीवारी में उतारा. इसमें 19 बैल, 18 गाय, एक सांढ़ है. सभी मवेशियों को चारा-पानी दिया जा रहा है. वेटनरी डॉ शकुंतला सभी पशुओं के स्वास्थ्य की जांच कर रही हैं. अज्ञात लोगों के खिलाफ 414 भादवि, पशु क्रूरता अधिनियम 1960, झारखंड गौवंशीय पशुवध निषेध अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने कंटेनर को जब्त कर लिया है. हालांकि, पुलिस को अब तक यह जानकारी नहीं मिल पायी है कि कंटेनर ट्रक कहां से आ रहा था और गौवंश की इस खेप को कहां पहुंचाना था. बहरहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. जल्दी ही तस्करी से जुड़े लोगों का पता लगा लिया जायेगा, ऐसा रातू थाना की पुलिस का कहना है.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि रातू थाना क्षेत्र के रास्ते बराबर गौवंश की तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. वर्ष 2020 में यह पहला मामला है, जब इतने बड़े पैमाने पर गौवंश की तस्करी का खुलासा हुआ है. वर्ष 2018-19 में भी इस तरह की तस्करी के मामले देखने को मिले थे.