रांची : झारखंड में बारिश का दौर जारी है. राजधानी रांची के मांडर प्रखंड में रविवार को अहले सुबह तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई. इसमें गेहूं की खड़ी फसल व सब्जी की खेती को भारी नुकसान हुआ है. सुबह करीब तीन से पांच बजे के बीच बड़े-बड़े ओले गिरने की खबर है. ओले गिरने से क्षेत्र में तरबूज व स्ट्रॉबेरी की खेती भी पूरी तरह से तबाह हो गयी है.
मांडर प्रखंड के नारो, परयागो, सरवा, बरगड़ी व सेवाडीह गांव में ओले की बारिश से पेड़ के पत्ते तक झड़ गये. दर्जनों पक्षियों की मौत हो गयी. बुढ़मू प्रखंड में भी जमकर ओलावृष्टि होने की खबर है. सड़क पर बर्फ की चादर बिछ गयी, जिसमें लोगों के पैर तक धंसने लगे.
ज्ञात हो कि रविवार को हजारीबाग जिला में 120 मिलीमीटर वर्षा हुई थी. यहां 2.5 सेंटीमीटर तक के आकार के ओले पड़े थे. इससे सिर्फ हजारीबाग जिला में 12 करोड़ रुपये की फसल के नुकसान का अनुमान है. 200 से अधिक खपरैल व एसबेस्टस के घर क्षतिग्रस्त हो गये.
बारिश और तेज हवाओं की वजह से 13 बिजली सब-स्टेशनों के 33 हजार केबीए लाइन में खराबी आ गयी. सब्जी, गेहूं, चना, मटर, आम व लीची के मंजर, पपीता, महुआ समेत अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ.
मौसम विभाग ने रांची, हजारीबाग, गिरिडीह, गुमला, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां जिला में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि की भी चेतावनी जारी की है. रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि इन जिलों में 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और कहीं-कहीं वज्रपात भी हो सकता है.