पटना : पीएमसीएच में कोरोना के चार संदेहास्पद मरीज शनिवार को आये हैं. इनमें एक आइपीएस दंपती भी है. इसमें पति दूसरे राज्य के कैडर के आइपीएस हैं, वहीं पत्नी पटना के ही एक मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर हैं. दोनों इटली से शनिवार को पटना लौटे हैं. इन्हें एयरपोर्ट पर लक्षण दिखने पर पीएमसीएच भेजा गया. यहां आइसोलेशन वार्ड में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है. हालांकि पीएमसीएच प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
इसके साथ ही यहां दो अन्य कोरोना के संदेहास्पद मरीज शनिवार को आये. इनमें एक जमुई से आया है जबकि दूसरा पटना की बुद्धा कॉलोनी का निवासी है. ये भी पिछले दिनों विदेशों से आये हैं और सर्दी, खांसी जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टरों ने इन्हें पीएमसीएच भेजा है. पीएमसीएच में इनके ब्लड, स्लाइवा आदि का सैंपल लेकर कोरोना की जांच के लिए आरएमआरआइ पटना भेजा गया है. उम्मीद है कि जांच रिपोर्ट कल आ जायेगी. इसके बाद ही पुष्टि होगी कि इनमें कोरोना वायरस का संक्रमण है या नहीं. फिलहाल आइसोलशन वार्ड में रखकर डॉक्टर इनका इलाज कर रहे हैं और इनके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं.
अब पीएमसीएच में शुरू हो सकती है कोरोना की जांच : पीएमसीएच में अगले कुछ दिनों में कोरोना वायरस की जांच शुरू हो सकती है. अभी बिहार में सिर्फ आरएमआरआरआइ पटना में यह जांच हो रही है. पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ विद्यापति चौधरी ने बताया कि पीएमसीएच में कोरोना वायरस की जांच शुरू कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग से कागजी प्रक्रिया चल रही है. इसके लिए रियल टाइम पीसीआर मशीन लगायी जायेगी. इस मशीन लगने के बाद उम्मीद है कि जल्द ही यहां यह सुविधा शुरू हो जायेगी.
कोरोना का असर :पूर्व के भर्ती मरीज में नहीं है कोरोना का संक्रमण : पीएमसीएच के आइसोलशन वार्ड में भर्ती और पिछले दिनों विदेशों से लौट कर आये दो मरीजों की जांच रिपोर्ट शनिवार को आ गयी. उनमें कोरोना का संक्रमण नहीं है. इसकी पुष्टि पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ विद्यापति चौधरी ने की है. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है. मरीज को जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल जायेगी और उसे घर भेज दिया जायेगा. हालांकि संबंधित जिले के सिविल सर्जन के निर्देश पर उस जिले के डॉक्टर इनके स्वास्थ्य पर 14 दिनों तक नजर रखेंगे.
विदेशियों के लिए जोगबनी बॉर्डर को किया गया बंद : पटना. कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार ने शनिवार को महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए भारत-नेपाल के बीच इंटरनेशनल लैंड चेकपोस्ट जोगबनी को बंद कर दिया है. अब कोई भी विदेशी यात्री शनिवार की मध्य रात्रि के बाद से बिहार के जोगबनी चेकपोस्ट से नेपाल में प्रवेश नहीं कर पायेगा. भारत ने बिहार स्थित एकमात्र रक्सौल स्थित चेकपोस्ट को ही खुला रखा है. इसके माध्यम से विदेशी यात्री नेपाल में प्रवेश कर सकेंगे. यह रोक सिर्फ विदेशियों पर ही लागू रहेगी. वहीं एन 90 मास्क और सैनेटाइजर को आवश्यक उपभोक्ता अधिनियम में शामिल कर लिया गया है. अब कोई भी दुकानदार इसकी कालाबाजारी करता है तो उस पर कार्रवाई की जायेगी. भारत सरकार के कैबिनेट सचिव ने नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार और भूटान से सटे राज्य सरकार के साथ शाम में समीक्षा बैठक की.
बैठक के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश के बाद जोगबनी बॉर्डर को बंद करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस को अब आपदा की श्रेणी में शामिल कर लिया है. इससे इस कार्य में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों का उपयोग किया जायेगा. उन्होंने बताया कि कोरोना को आपदा के दायरे में लाने से कई कार्यों को अमल में लाने में सहूलियत भी मिलेगी. प्रधान सचिव ने बताया कि बिहार में स्थिति बेहतर है. अभी तक राज्य में जितनी भी जांच करायी गयी है उनमें से एक भी कोरोना का पॉजिटिव केस नहीं मिला है.
सामाजिक अलगाव के तहत जो भी कदम उठाना है उसको लेकर कदम उठाया जा चुका है. स्कूल,कॉलेज सहित सभी निजी कोचिंग संस्थान को बंद कर दिया गया है. उन्होंने अपील की कि अनावश्यक कहीं नहीं जाएं. लोग भीड़- भाड़ से बचें. उन्होंने बताया कि सोमवार तक राज्य सरकार और फैसला लेगी. उन्होंने यह भी बताया कि अनावश्यक मास्क नहीं पहने. समय समय पर साबून से हाथ को धोयें.
बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा हो सकती है स्थगित – दरभंगा : प्रदेश के सभी िववि के अधीनस्थ बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए 29 मार्च को आयोजित राज्यस्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा भी स्थगित हो सकती है. सीइटी-बीइडी 2020 की कोर कमेटी की बैठक शनिवार को ललित नारायण मिथिला िववि में हुई. इसमें 29 मार्च की प्रस्तावित परीक्षा को अगले आदेश तक स्थगित करने के निर्णय से कुलाधिपति कार्यालय को अवगत कराते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर करने का निर्णय लिया गया. राजभवन सूत्रों ने कहा कि सोमवार को इस संबंध में राज्यपाल निर्णय लेंगे.
दुबई से पटना एम्स पहुंचा गोपालगंज का युवक : फुलवारीशरीफ, पटना. दुबई से पटना एम्स लाये गये युवक को कोरोना की आशंका के मद्देनजर जांच के लिए भर्ती कर लिया गया है. एम्स के चिकित्सकों के मुताबिक युवक की जांच रिपोर्ट को पटना, आरएमआरआइ भेजा गया है. जांच रिपोर्ट रविवार को आयेगी उसके बाद ही स्पष्ट हो पायेगा की उसे कोरोना है या नहीं. जानकारी के अनुसार दुबई में बीमार पड़े गोपालगंज निवासी 21 वर्षीय राकेश गिरी को एयर एम्बुलेंस से पहले कोलकाता और फिर वहां से पटना लाया गया.
कोरोना होने की आशंका को देखते हुए गिरी को पहले पारस अस्पताल और फिर वहां से शनिवार को पटना एम्स में भर्ती कराया गया है. पटना एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग हेड डॉ. संजीव सिंह ने बताया कि यह युवक दुबई में काम करने के दौरान बीमार पड़ गया था. राकेश के हाथ व पैर में नस रोग सहित अन्य तरह की शिकायतें हैं, जिसकी गहन जांच की जा रही है. एम्स के अधीक्षक डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि गिरी दुबई में फिटर का काम करता था, जो वहीं बीमार हुआ है. बीमार होने पर दुबई से भारत भेजा गया, जिसके बाद परिजनों ने एम्स में इलाज कराने लेकर आये हैं.
जांच के िलए पहुंचे चार सैंपल – पटना सिटी : अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान में कोरोना वायरस की जांच के लिए शनिवार को भी चार सैंपल आये हैं. इनमें दो सैंपल पीएमसीएच से, एक मुजफ्फरपुर से व एक गया से भेजा गया है. संस्थान के जांच कार्य में लगे वैज्ञानिकों ने बताया कि अब तक संस्थान में 11 सैंपल की जांच हो चुकी है. इसमें सभी निगेटिव आये हैं. शनिवार को आये चारों सैंपल की जांच रिपोर्ट रविवार को आयेगी. जांच रिपोर्ट को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी अर्थात राष्ट्रीय विषाणु संस्थान पुणे भेजा जाता है.