नयी दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 85 हो गयी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर दो गयी है. कोरोना को लेकर केंद्र सरकार ने एक बड़ी घोषणा की है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कोरोनावायरस को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है. अब सभी राज्य सरकारें इससे लड़ने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) का इस्तेमाल कर सकेंगे.
इसके अलावा केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस की वजह से जान गंवानेवाले शख्स के परिवार को 4 लाख रुपये सहायता राशि के रूप में देने की घोषणा की है. इसमें मरीजों की देखरेख करनेवाले लोग भी शामिल हैं.
Home Ministry: Rs 4 lakh will be paid as ex-gratia to the family of the person who will lose their life due to #Coronavirus, including those involved in relief operations or associated in response activities. https://t.co/duQCN1yVP7
— ANI (@ANI) March 14, 2020
गौरतलब है कि कोरोना से जो दो लोगों की मौत हुई है उसमें दिल्ली और कर्नाटक में हुई एक-एक व्यक्ति की मौत के मामले शामिल हैं. सऊदी अरब से हाल में लौटे कलबुर्गी के 76 वर्षीय एक व्यक्ति की बृहस्पतिवार को मौत हो गई थी जबकि कोरोना वायरस से संक्रमित दिल्ली की 68 वर्षीय एक महिला की शुक्रवार की रात राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में हो गई थी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि महिला का पुत्र विदेश से आया था और वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था. महिला की मौत मधुमेह और उच्च रक्तचाप के कारण हुई. दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के सात मामले और उत्तर प्रदेश में 11 मामले सामने आये है.
कर्नाटक में कोरोना वायरस के छह मरीज जबकि महाराष्ट्र में 14 और लद्दाख में तीन मरीज है. इसके अलावा राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर, आंध प्रदेश और पंजाब से एक-एक मामला सामने आया है. केरल में कोरोना वायरस के 19 मामले दर्ज किये गये है जिनमें से तीन मरीजों को पिछले महीने इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी.
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि 83 पुष्ट मामलों में 17 विदेशी नागरिक शामिल हैं. इनमें इटली के 16 पर्यटक और कनाडा का एक नागरिक है. मालूम हो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड-19 को एक महामारी घोषित किया है. गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अनिल मलिक ने कहा था कि केवल चार भारत-नेपाल सीमा चौकियां संचालित रहेंगी और भूटान तथा नेपाल के नागरिकों के लिए देश में वीजा मुक्त प्रवेश जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि करतारपुर गलियारे को बंद करने का निर्णय विचाराधीन है.