पटना: बिहार में होली के बाद से मौसम ने अचानक ऐसी करवट बदली कि किसानों की कमर ही तोड़कर रख दी. किसानों के खेतों में लगी सभी फसल नष्ट हो गया है. बिहार की राजधानी पटना समेत कई जिलों में गुरुवार और शुक्रवार को बारिश हुई. शुक्रवार की सुबह से दोपहर तक मौसम सभी को डरा रहा था, आसमान में घने बादल छाया रहा. बिहार के वेस्ट चंपारण, ईस्ट चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, वैशाली, सीहोर, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, कीशनगंज, सहरसा, पूर्णिया बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा समेत बिहार के अन्य जिलों में गुरुवार और शुक्रवार को आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई. गुरुवार से बारिश बिहार कई जिलों में हो रही है. गुरुवार की देर रात बिहार के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश हुई, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गयी है. मार्च माह में बारिश होने से किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है.
गेहूं और तेलहन की फसल खेतों में बर्बाद हो गया है. बिहार में तेज हवा के साथ हुई बारिश किसानों को सकते में डाल दिया है. शुक्रवार की सुबह आए आंधी-तूफान ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया. बड़ी उम्मीद के साथ किसान अपने खेतों में फसल लगाये थे, जो सिर्फ दो दिन में ही पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. इस बारिश से चना, गेहूं, सरसों, मटर, गोभी, साग-सब्जी की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. वही आम के पेड़ों पर लगे मंजर भी गिर गये है. भागलपुर में किसान, गेहूं, आम और लीची जैसे पैदावार पर आश्रित होते हैं. इस इलाके में आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश ने आम और लीची के मंजर को नष्ट कर दिया है. इन फसलों पर जिस तरह से मौसम की मार पड़ी है, उससे इन किसानों को काफी झटका लगा है.