गोपालगंज: देशभर में कोरोना वायरस को लेकर जारी किये गये हाइलअर्ट के बीच गोपालगंज में खाड़ी देश से 17 नये लोग पहुंचे हैं, जिन्हे दो सप्ताह के लिए होम आइसोलेशन वार्ड में निगरानी के लिए रखा जायेगा. स्वास्थ्य विभाग की 17 टीमें गुरुवार को एक साथ विदेशों से आये सभी लोगों के घर जांच करने के लिये पहुंची, इसके पहले चीन से छह व ईरान से चार लोग गोपालगंज आ चुके हैं, जिनमें अबतक किसी तरह का लक्षण नहीं मिला है. किसी तरह का लक्षण मिलने पर होम आइसोलेशन से सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जायेगा. सीएस डॉ नंदकिशोर सिंह ने बताया कि अबतक की जांच में इन सभी लोगों में कोरोना वायरस का लक्षण नहीं मिला है, हालांकि सभी को ऑब्जर्वेशन में रखा जायेगा. अगले 14 दिनों तक घर से निकलने, भीड़-भाड़ वाले जगहों पर जाने पर रोक लगा दी गयी है. प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी और क्षेत्र की आशा को निगरानी के लिए लगाया गया है.
बुखार व खांसी होने पर होगी जांच
सीएस ने कहा कि अगले 14 दिनों में बुखार या खांसी होने पर कोरोना वायरस के लक्षण की दुबारा जांच होगी. यदि इस तरह का कोई लक्षण समय सीमा के अंदर नहीं मिलता है, तो कोरोना के खतरे से बाहर माना जायेगा, इसलिए दो सप्ताह तक विदेश से आनेवाले लोगों पर निगरानी रखी जा रही है. इसके पूर्व पीएमसीएच से जांच के बाद ही गोपालगंज इन सभी लोगों को भेजा गया है.
कल टास्क फोर्स की होगी बैठक, कमेटी गठित
कोरोना को लेकर शुक्रवार को जिला टास्क फोर्स की बैठक होगी. मुख्य सचिव दीपक कुमार के निर्देश पर जागरुकता के लिए कमेटी गठित की जा रही है, जिसमें डीएम को अध्यक्ष, सिविल सर्जन को सचिव, एसपी, डीडीसी, जिला सूचना एवं जन संपर्क पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, आइसीडीएस के डीपीओ, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को सदस्य बनाया गया है. यह टीम अपने-अपने विभाग के जरिये प्रचार-प्रसार व लोगों में जागरुकता अभियान चलायेगी.
ऑब्जर्वेशन से बाहर निकले छह लोग
पिछले महीने चीन व ईरान से आये 10 लोगों में से छह लोगों को ऑब्जर्वेशन से बाहर निकाल दिया गया है. चार लोगों को दो मार्च से ऑब्जर्वेशन पर रखा गया है. दो सप्ताह की अवधि समाप्त होने के बाद इन चार लोगों को भी होम आइसोलेशन से बाहर निकाल दिया जायेगा.
ऐसे बरतें सावधानी
01- अपने हाथों को बार-बार धोएं.
02- एक दूसरे से दूरी बनाएं रखें.
03- अपनी आंख, नाक व मुंह को छूने से बचें.
04- श्वसन स्वच्छता का अभ्यास करें, जब आप खांसते या छींकते हैं तो अपने मुंह और नाक को अपने हाथों से अथवा टिशू से ढंकें.
05- यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें.