नयी दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के चार नये मामले सामने आने के बाद सोमवार को संक्रमित लोगों की कुल संख्या 43 पर पहुंच गयी. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और केरल के एर्णाकुलम से एक-एक नया मामला प्रकाश में आया है. उन्होंने बताया कि देश में कोरोना वायरस से अब तक किसी की भी मौत की खबर नहीं है.
मंत्रालय ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि रविवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में अस्पताल के अलग वार्ड में जिस व्यक्ति की मौत हुई थी, वह कोविड-19 की जांच में निगेटिव पाया गया था. उसे सऊदी अरब से लौटने के बाद कोरोना वायरस के लक्षणों के संदेह में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दुनिया के 97 देशों में कोरोना वायरस से 1,10,041 लोग संक्रमित पाये गये हैं और इससे 3,825 लोगों की मौत हुई है.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भारत ने कहा है कि वह ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए सोमवार की रात वहां एक सैन्य परिवहन विमान भेजेगा. ईरान में लगभग 2,000 भारतीय रह रहे हैं, जहां सात हजार लोग इस वायरस से संक्रमित पाये गये है और 237 लोगों की मौत हुई है. भारत में नये मामलों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में एक मामला सामने आया है.
मिली जानकारी के अनुसार, जम्मू के पीड़ित व्यक्ति ने ईरान की यात्रा की थी, जबकि उत्तर प्रदेश से रोगी आगरा के उन छह लोगों के संपर्क में आ गया था, जो कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाये गये थे. दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के रोगी का कोई यात्रा इतिहास नहीं है और वह शहर से इस वायरस से पीड़ित एक अन्य रोगी के संपर्क में आ गया था. इससे पहले कुछ अधिकारियों ने कहा था कि रोगी ने इटली की यात्रा की थी.
दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमण का चौथा मामला सामने आने के बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने एक बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. हर्षवर्धन ने पत्रकारों से कहा कि हम कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी राज्यों को व्यापक दिशा-निर्देश भेज रहे हैं और राज्य सरकारों से कहा गया है कि वे कोरोना वायरस से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए प्रयोगशालाओं और निगरानी तंत्र को मजबूत कर प्रशासनिक अमले को भी सचेत एवं सक्रिय रखें.
अब तक 8,255 उड़ानों से आए 8,74,708 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की हवाईअड्डों पर जांच की गयी है, जिनमें से 1,921 यात्रियों में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आये थे. इनमें से करीब 177 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, 33,599 यात्रियों को निगरानी में रखा गया है, जबकि 21,867 यात्रियों ने निगरानी अवधि पूरी कर ली है.
कोविड-19 की जांच के संबंध में लिए गए कुल 3,003 नमूनों में से 43 की जांच पॉजिटिव पायी गयी, जबकि 2,694 निगेटिव निकले. इनमें केरल के वे तीन मरीज भी थे, जिन्हें पिछले महीने सेहत में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी. कोविड-19 से निपटने के लिए केन्द्र की तैयारियों को बताते हुए केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने बेंगलुरु में कहा कि दवाओं को बनाने के लिए अगले तीन महीने के लिए सक्रिय फार्मास्युटिकल संघटक (एपीआई) का पर्याप्त स्टॉक हैं. मंत्रालय ने लोगों से अपना यात्रा इतिहास स्पष्ट तौर पर बताने और स्व घोषणा वाले फॉर्म ठीक से भरने की अपील की है.
अधिकारियों ने बताया कि केरल के कोच्चि में तीन वर्षीय एक बालक कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया. उसके अभिभावक सात मार्च की सुबह छह बजे इटली से कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि वे थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरे और बच्चे में इस बीमारी के लक्षणों का पता चला. परिवार को तुरंत कालामसेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेजा गया.
अधिकारियों ने बताया कि अभिभावकों के नमूनों को भी जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया. केरल से कोरोना वायरस के रविवार को पांच मामले दर्ज किये गये थे. इनमें से एक परिवार के तीन सदस्यों ने इटली की यात्रा की थी और उनके दो रिश्तेदार उनके संपर्क में आ गये थे. जम्मू में 63 वर्षीय एक महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पायी गयी है. यह महिला उन दो रोगियों में शामिल हैं, जिन्हें सप्ताहांत में प्रशासन ने ‘हाई वायरल लोड मामले’ घोषित किया था.
जम्मू में अधिकारियों ने बताया कि उनका सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति स्थिर है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि महिला की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, जबकि एक अन्य मरीज की रिपोर्ट का इंतजार है.
अधिकारी ने बताया कि इन दोनों का इटली, दक्षिण कोरिया और ईरान की यात्रा इतिहास है. ये दोनों वहां भर्ती होने के तुरंत बाद बुधवार को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से भाग गये थे, लेकिन इस घटना के कुछ ही घंटों बाद ये वापस आ गये थे. जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने कहा कि वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं और 400 लोगों को जम्मू के सतवारी और सरवाल क्षेत्रों में निगरानी में रखा गया है.
सूत्रों ने बताया कि मेंगलुरु में दुबई से लौटे एक व्यक्ति को कोरोना वायरस के लक्षणों के बाद अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां से वह लापता हो गया. कोरोना वायरस का असर होली के पर्व पर दिखाई दे रहा है. मंगलवार को होली का त्योहार मनाया जाएगा और इस वायरस के कारण कई लोगों ने अपने समारोहों को रद्द कर दिया है.
आइजोल से प्राप्त खबर के अनुसार, मिजोरम में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए म्यामां और बांग्लादेश के साथ राज्य की सीमाओं को सील कर दिया जाएगा और विदेशियों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाएगा. राज्य के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. मिजोरम म्यामां के साथ 510 किलोमीटर सीमा और बांग्लादेश के साथ 318 किलोमीटर सीमा साझा करता है.
राज्य के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने बताया कि मुख्यमंत्री जोरमथांगा द्वारा सोमवार को बुलायी गयी एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दोनों देशों की सीमाओं को सील किया जाएगा. हालांकि, किसी आपात स्थिति में वरिष्ठ अधिकारियों के लिए जोखावथार में म्यामां से प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कम से कम 67 लोगों को एहतियाती कदम उठाते हुए अपने घरों में अलग रखा गया है. हालांकि, उनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिये है. शिलांग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वोत्तर इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विज्ञान संस्थान में कोविड-19 संक्रमण मामले में एक 38 वर्षीय व्यक्ति को अलग रखा गया है.
राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त और सचिव संपत कुमार ने एक बयान में बताया कि यह मरीज रविवार को दिल्ली से लौटा था और कफ तथा बुखार के लक्षणों के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसे तत्काल आइसोलेशन वार्ड में स्थानांतरित किया गया. जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और शांत रहें. प्रशासन ने लोगों से राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिये गये परामर्श का पालन करने को कहा है.
मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने बताया कि राज्यभर में 13 अस्पतालों को कोरोना वायरस से लोगों के संक्रमित होने पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आइसोलेशन वार्ड स्थापित करने को कहा है. कोहिमा से प्राप्त खबर के अनुसार, नगालैंड में कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं है, लेकिन चीन और अन्य प्रभावित देशों की यात्रा करके आये 245 लोगों की निगरानी की जा रही है.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण (एचएफडब्ल्यू) विभाग के प्रमुख निदेशक डॉ विज़ोली जेड सुखरी ने बताया कि 245 लोगों को निगरानी में रखा गया है और 19 लोगों को पृथक रखा गया है, लेकिन इस समय केवल पांच लोगों को अलग रखा गया है.