पटना /पटना सिटी : बिहार में कोरोना वायरस का अभी एक भी केस नहीं आया है. इसके बावजूद सरकार की ओर से एहतियात के तौर पर कई उपाय किये जा रहे हैं. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ओर से कोरोना वायरस के मरीजों के लिए बने आइसोलेशन वार्ड में शनिवार की शाम एक संदिग्ध मरीज को भर्ती किया गया है. कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय कुमार गुप्ता व अधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि बैंकाॅक से आये मरीज को भर्ती किया गया है.
भर्ती मरीज को माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ हीरालाल महतो, डॉ शतेंदु सागर, डॉ वसीम, कर्मी घनश्याम गिरि सुनील कुमार व सुशीला कुमारी ने सैंपल लिया. परिजनों ने बताया कि मरीज बेगूसराय का रहने वाला है. पिछले दिनों बैंकॉक गया था जहां से लौटने के बाद उसमें कोरोना जैसे लक्षण दिखे हैं, इसलिए एहतियात के तौर पर जांच के लिए यहां लाया गया है. फिलहाल उसे आइसोलशन वार्ड में ही रखा जायेगा.
जांच के बाद निगेटिव रिपोर्ट आयी : गया मेडिकल कॉलेज अस्पताल से भेजी गयी कोरोना वायरस मरीज के संदिग्ध मरीज के सैंपल की जांच के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी है. आरएमआरआइ के निदेशक डॉ प्रदीप दास ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है.
अभी छह लोग हैं निगरानी में : कोराेना के संदेह में विदेशों से आये छह लोगों पर स्वास्थ्य विभाग नजर रखे हुआ है. इन्हें 14 दिनों की निगरानी में रखना है. शुक्रवार को सऊदी अरब से आये एक व्यक्ति की पटना एयरपोर्ट पर पहचान कर उसे निगरानी में रखा गया है. कोई लक्षण नहीं दिखने पर इन्हें अपने घरों में रखा गया है, लेकिन डॉक्टरों की टीम रोजाना इनसे फोन पर हालचाल लेती है. पटना एयरपोर्ट पर डॉक्टरों की टीम विदेशों से आने वाले यात्रियों की पहचान कर रही है और उनसे स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी लेती है. पटना में पीएमसीएच और आरएमआरआइ में कोरोना की जांच का सैंपल लेने की व्यवस्था की गयी है. जांच के लिए कोलकाता की वायरोलोजी लैब भेजा जाता है.
अब आइजीआइएमएस में भरती कर होगा इलाज : अब कोरोना के गंभीर मरीज अगर आते हैं तो उन्हें इजीआइएमएस में भर्ती कराकर इलाज किया जायेगा. इसको लेकर यहां दो बेड का आइसोलेशन आइसीयू बनाया गया है. इसमें वेंटीलेटर समेत जिंदगी बचाने के लिए जरूरी अत्याधुनिक मशीनें रहेंगी. इसके साथ ही यहां जल्द ही कोरोना वायरस जांच के सैंपल लेने की सुविधा भी बहाल हो जायेगी. इसके लिए आइजीआइएमएस प्रशासन ने राज्य स्वास्थ्य समिति को पत्र लिखा है. पत्र में जांच के सैंपल लेने की कीट और मास्क मुहैया करवाने की बात कही है.
पीएमसीएच, संक्रामक रोग अस्पताल में पहले से है आइसोलेशन वार्ड : कोरोना को लेकर पीएमसीएच में 10 बेड और संक्रामक रोग अस्पताल में 7 बेड का अाइसोलेशन वार्ड पहले से ही बनाया जा चुका है. गुरु गोविंद सिंह अस्पताल पटना सिटी में भी 10 बेड का आइसोलशन वार्ड बनाया जाना है. इसके साथ ही कई अन्य जगहों पर भी आइसोलशन वार्ड बनाये जा सकते हैं. अगर कोराना का कोई मरीज आता है तो यहां उसे अलग रखकर इलाज किया जायेगा. डॉक्टरों का कहना है अभी तक कोराना का राज्य में कोई मामला सामने नहीं आया है. जो संदेहास्पद मरीज आये थे उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है इसलिए चिंता की बात नहीं है.
डॉक्टरों और नर्सों को दिये गये मास्क : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को कोरोना वायरस से बचाव के लिए चिकित्सकों व नर्सों के बीच मास्क का वितरण अस्पताल प्रशासन की ओर से कराया गया है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि अस्पताल में तैनात डॉक्टरों व नर्स को मास्क लगा कर ड्यूटी करने की सलाह दी गयी है.
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122लोगों को अभी तक सर्विलांस पर रखा गया है
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लोगों को मुक्त किया गया 14 दिनों तक निगरानी के बाद
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अभी तक वायरस से ग्रस्त 59
कोरोना को लेकर कमेटी का हुआ गठन : आइजीआइएमएस में कोरोना वायरस के संक्रमण से निबटने के लिए शनिवार को एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है. डॉ एसके शाही के नेतृत्व में बनी इस कमेटी में अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष मंडल सचिव होंगे. इसके साथ ही विभिन्न विभागों के डॉक्टरों को इसमें शामिल किया गया है.
यह कमेटी यहां आने वाले मरीजों की पहचान, उनकी जांच करवाने, इलाज, उनका डाटा राज्य और केंद्र सरकार को भेजने समेत कई अहम जिम्मेदारियों को निभायेगी. डॉ मनीष मंडल ने कहा कि आइजीआइएमएस में कोरोना वायरस को देखते हुए दो बेड का आइसोलेशन आइसीयू बनाया गया है. अगर राज्य में कोरोना का मामला सामने आता है तो गंभीर मरीजों को हम यहां रखकर इलाज करेंगे. यहां जान बचाने के लिए वेंटिलेटर समेत कई सुविधाएं होंगी.