पटना : विधान परिषद में शुक्रवार को ‘भ्रष्टाचारी चूहे’ को लेकर माहौल गर्म रहा. सदन के भीतर शून्यकाल के दौरान राजद के सुबोध राय खड़े हो गये और कहा कि हमलोगोें ने भ्रष्टाचारी चूहे को पकड़ लिया है, जिसने बांध तोड़ा और शराब पी. आसन की ओर मुखातिब होकर उन्होंने कहा कि आपकी अनुमति हो तो उसे सदन में पेश किया जाये.
कांग्रेस व राजद के अन्य सदस्य भी चूहे को लेकर टिप्पणी करने लगे, इसी बीच सत्ता पक्ष से आवाज आयी कि भ्रष्टाचारी चूहा तो कब का पकड़ा जा चुका है और वो रांची जेल में बंद है. इतना सुनते ही सदन में बैठी पूर्व सीएम राबड़ी देवी उबल पड़ीं. उन्होंने कहा, भाजपा को अपना घर देखना चाहिए. लालू प्रसाद चूहा नहीं, शेर हैं. अगर हिम्मत है, तो बाहर निकाल कर देखो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा यह नहीं देखती कि पीएम ने शादी कर पत्नी को छोड़ दिया. देश उनसे चल नहीं रहा है.
बिहार में भी गबन की लंबी फेहरिश्त है. बांध टूटता है तो कहा जाता है कि चूहा इसका जिम्मेदार है. मालखाने से शराब गायब होने पर भी चूहे पर आरोप मढ़े जाते हैं. उस समय सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे.
जैसे ही राजद के सुबोध राय ने चूहे को सजा देने को लेकर हंगामा शुरू किया, उसी दौरान सत्तारूढ़ दल की ओर से मुख्य सचेतक रजनीश कुमार सिंह ने कहा कि सभापति महोदय, इन्होंने सुबह से चूहे को बंद करके रखा है. इन पर एनिमल एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाये.
वाद-विवाद के इस दौरान मुख्यमंत्री बिना कुछ कहे सदन से निकल कर चले गये. डाॅ रामचंद पूर्वे ने इस मामले को उठाने की कोशिश की तो कार्यकारी सभापति ने कहा, आप सीनियर सदस्य हैं, सदन चलने दीजिए. इसके पहले सदन के बाहर राजद के सदस्यों ने चूहे को लेकर हंगामा किया. विधान परिषद पोर्टिको में सुबोध राय ने पिंजड़े में बंद चूहे को दिखा कर कहा कि यह भ्रष्टाचारी चूहा है, इसे हमलोगों ने पकड़ लिया है.