सिलीगुड़ी : फर्जी पत्रकार बनकर युवक ने स्कूल शिक्षिका पर एक छात्रा का नामांकन कराने का दबाव बनाया, लेकिन मामले का भंडाफोड़ होते ही युवक पुलिस के हत्थे चढ़ गया. यह घटना बुधवार को कॉलेज पाड़ा स्थित सिलीगुड़ी गर्ल्स हाई स्कूल की है. बाद में सिलीगुड़ी थाना पुलिस ने देशबंधुपाड़ा निवासी उक्त युवक राधारमण राय नामक को हिरासत में ले लिया. बताया जा रहा है कि युवक ने 2100 रुपये खर्च कर दिल्ली में फर्जी प्रेस कार्ड बनाया था.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वर्ष 2017 में सिलीगुड़ी गर्ल्स हाई स्कूल की कक्षा 9वीं की छात्रा का राधारमण राय से विवाह हुआ था. शादी के बाद उसकी पढ़ाई छूट गयी थी. कुछ सालों बाद जब वह फिर से दाखिला कराने आयी तो स्कूल प्रबंधन ने छात्रा का नामांकन करने से मना कर दिया. इसे लेकर छात्रा के परिवार के साथ स्कूल प्रबंधन का विवाद भी हुआ था. इस घटना के बाद से स्कूल की प्रधान शिक्षिका को दिल्ली क्राइम संस्था के नाम से फोन आने लगे. इस दौरान प्रधान शिक्षिका के नाम पर कई पत्र भी आये. लेकिन उन्होंने उस पत्र को स्वीकार करने से मना कर दिया. इसी बीच बुधवार सुबह स्कूल में राधारमण राय नामक एक युवक आ धमका. जहां उसने अपना परिचय दिल्ली क्राइम व भ्रष्टाचार विरोधी मंच पत्रिका के पत्रकार के रूप में देकर रौब दिखाने लगा. वो प्रधान शिक्षिका के पास छात्रा को दाखिला नहीं लेने की वजह पूछने के साथ दस्तावेज दिखाने की मांग करने लगा.
उस युवक के साथ प्रधान शिक्षिका की बहस भी हुई. युवक की बात में विसंगतियों को देख उन्होंने मामले की जानकारी स्कूल संचालन कमेटी के चेयरमैन व मंत्री गौतम देव को दी. तब गौतम देव के निर्देश पर ही सिलीगुड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची तथा युवक को हिरासत में लिया. बाद में खुलासा हुआ कि दिल्ली में क्राइम व भ्रष्टाचार विरोधी मंच नामक कोई पत्रिका ही नहीं है. सिलीगुड़ी थाना पुलिस युवक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है.
दूसरी ओर गर्ल्स हाई स्कूल की प्रधान शिक्षिका मुनमुन लाहिड़ी ने बताया कि छात्रा का स्कूल में दाखिला लेने के लिए उन्हें फोन पर धमकी दी जाती थी. उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी शिक्षा जिला के डीआई के पास ऐसे धमकी बड़े फोन आये थे. डीआई के निर्देश पर ही उन्होंने छात्रा के नामंकन पर रोक लगायी थी.
दूसरी ओर राधारमण राय ने बताया कि उसने समाज सेवा करने के लिए दिल्ली में 2100 रुपये खर्च कर फर्जी प्रेस कार्ड बनवाया था. उसने बताया कि केवल प्रधान शिक्षिका को ही उसने फोन किया गया था. डीआई को फोन करने की बात को उसने नकार दिया. इस संबंध में सिलीगुड़ी शिक्षा जिला के डीआई राजीव प्रमाणिक ने कहा कि स्कूल की प्रधान शिक्षिका ने उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया था. जिसके बाद उन्होंने इस पूरी घटना की जानकारी बोर्ड को दी थी.