नयी दिल्ली : भारत में महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को रोकने के लिए ब्रेकथ्रू पिछले 20 सालों से काम कर रहा है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर ऊबर ने अपना ग्लोबल कैंपेन ‘ड्राईविंग चेंज’ भारत में शुरू करते हुए इस स्वंयसेवी संस्था के साथ हाथ मिलाया. इस साझेदारी के तहत ब्रेकथ्रू और ऊबर ‘इग्नोर नो मोर’ अभियान की शुरुआत की जा रही है. यह कैंपेन सार्वजनिक स्थानों पर लिंग-आधारित हिंसा को रोकने के लिए सामूहिक सहयोग और आस-पास खड़े लोगों के हस्तक्षेप को प्रोत्साहित करता है.
ब्रेकथ्रू की प्रेसिडेंट एवं सीईओ सोहिनी भट्टाचार्य ने कहा कि ब्रेकथ्रू एक ऐसे वातावरण का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है जिसमें महिलाओं के खिलाफ हिंसा व भेदभाव को कतई स्वीकार न किया जाए. ‘इग्नोर नो मोर’ अभियान भारतीयों को लिंग आधारित हिंसा के प्रति जागरुकता बढ़ाने, इसका विरोध करने और इसके खिलाफ कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ ही आसपास खड़े लोगों का सहयोग प्राप्त करने के लिए बनाया गया है.
यह अभियान लोगों को यह समझाएगा कि वह किस तरह से सार्वजनिक स्थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं और बदलाव के लिए आगे आकर कदम उठा सकते हैं. हमें खुशी है कि ऊबर भी इस महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर हमारे साथ आया है, हम उम्मीद करते हैं कि इस अभियान के माध्यम से हम महिलाओं के लिए सार्वजनिक स्थानों को सुरक्षित बनाने में सफल होगें.
सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं व लड़कियों के ख़िलाफ़ होने वाले अपराध पिछले सालों मे तेजी से बढ़े हैं. नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के लगभग 3.78 लाख मामले दर्ज हुए.