बक्सर: बिहार के बक्सर जिला स्थित मुरार थाना क्षेत्र के दंगौली गांव में सोमवार रात शॉर्ट सर्किट से झोंपड़ी में आग लगने से एक किशोर जिंदा जल गया. वहीं, एक बच्चे और मवेशियों को किसी तरह से बचा लिया गया. घटना की सूचना मिलते ही मुरार थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. साथ ही मामले की जांच में जुट गयी है. मृत दीपक कुमार दंगौली गांव के सुदामा यादव का पुत्र था.
दीपक अपने चचेरे भाई के साथ हर दिन की तरह सोमवार की रात भी खाना खाने के बाद झोंपड़ी में सोने गया था. रात करीब 11 बजे अचानक झोंपड़ी से आग की लपटें निकलने लगीं. इसी बीच दीपक के चाचा जगदंबा यादव शौच करने के लिए घर से बाहर निकले तो देखा कि झोंपड़ी में आग लगी हैं. इस पर वह चिल्लाने लगे. उनकी आवाज सुनकर आसपास के लोग जुट गये और किसी तरह से आग पर काबू पाया. लोगों ने किसी तरह उसके चचेरे भाई और मवेशियों को बचा लिया, लेकिन तब तक दीपक गंभीर रूप से झुलस गया था. जब तक लोग उसे इलाज के लिए कहीं ले जाते, तब तक उसकी मौत हो गयी. मुरार थानाध्यक्ष मनोज कुमार पाठक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. शॉर्ट सर्किट से घर में आग लगी थी.
मां-बाप का इकलौता चिराग था दीपक
मृतक दीपक अपने मां-बाप का इकलौता चिराग था. वह नौवीं कक्षा में पढ़ाई करता था. मृतक के पिता सुदामा यादव दुबई में कमाने के लिए गये हैं. दीपक अपने चाचा-चाची और अपनी मां के साथ रहता था. उसकी मौत की खबर सुनकर उसकी मां का हाल बेहाल हो गया है. घटना के बाद से ही मां बेहोश पड़ी हुई है. स्थानीय लोगों ने बताया कि दीपक पढ़ने-लिखने में तेज था. घटना के बाद नचाप मुखिया वीर सिंह ने किशोर के दाह-संस्कार के लिए तीन हजार रुपये परिजनों को दिये.