गोपालगंज : कोरोना वायरस इस समय दुनिया की सबसे बड़ी समस्या बन कर उभरी है, इसके कहर के कारण हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. पूरी दुनिया में होने वाले व्यापार पर भी कोरोना वायरस का असर देखने को मिल रहा है और भारत भी इससे अछुता नहीं है. त्योहारी सीजन में जहां बाजारों में चहल पहल रहती थी, वहां अभी सन्नाटा पसरा हुआ है. होली के साथ-साथ कोरोना वायरस का असर मोबाइल एसेसरीज के होने वाले व्यापार पर भी पड़ रहा है.
होली पर कोरोना का कहर
कहर ने होली के सामान पर भी असर डाला है. होली का रंग भी फीका पड़ गया है. मुखौटा, पिचकारी, रंग गन आदि चाइनीज सामान की आवक बंद है. इसके कारण स्टॉक में रखे गये सामान को बेचा जा रहा है. मुंह मांगे रेट भी वसूले जा रहे हैं. गोपालगंज जैसे छोटे शहर में भी चाइना से करीब पांच करोड़ का कारोबार प्रभावित हो रहा है. अगर कोरोना का कहर आगे नहीं थमा तो स्थिति और भयावह हो सकती है. गोपालगंज के भी व्यापारियों में कोरोना वायरस का खौफ छाया हुआ है. चाइना से आयात ठप होने के चलते उत्पादों के भाव लगभग 50 फीसदी तक बढ़ गये हैं. चाइना मेड पिचकारी और खिलौना बाजार से गायब है. चाइना से आयातित माल नेपाल से यहां तक लाया जाता है. होली के मौके पर भी दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
चाइना मेड सामान का रेट
सामान पिछले वर्ष इस वर्ष
1.मुखौटा 5 से 100 15 से 500
2.जटा 20 से 200 40 से 300
पंप पिचकारी 10 से 100 20 से 200
3.रंग 05 से 25 10 से 50
अबीर 10 से 50 20 से 80
4.अबीर स्प्रे 25 से 100 80 से 150
मूंछ, चश्मा, दाढ़ी 20 से 25 20 से 25
5.मूंछ-दाढ़ी 40 रुपये 40 रुपये
टोपी 5 से 20 5 से 40
मोबाइल एसेसरीज हर दिन हो रहे हैं महंगे
चश्मे, पावर ग्लास, मोबाइल बैट्री, प्रेस, पंखे के साथ ही मोबाइल एसेसरीज के दाम हर दिन शेयर भाव की तरह उछाल मार रहे हैं. दुकानदार सामान पर मनमाना भाव लगाकर बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं. चश्मे का पावर ग्लास जो पहले 200-500 रुपये में मिल जात थे अब वह 250-650 रुपये तक भी बिक रहे हैं. यही नहीं चश्मे के फ्रेम के भाव भी बढ़ गये हैं. इनका रेट पहले जहां 100-1000 रुपये था वहीं अब बढ़कर 170 से 1300 रुपये तक हो गया है. सनग्लास चश्मे का दाम पहले 50 से 400 रुपये था, जो अब 150 से 700 रुपये हो गया है. इसी तरह खिलौने, मोबाइल, काकरी, बैट्री, लाइट, प्रेस, पंखा, चाइना शीशा के दाम में लगभग 80 फीसदी तक उछाल आयी है.