कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रविवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में खूब गरजे. कहा कि बंगाल में वर्ष 2021 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार दो तिहाई बहुमत से बनेगी. प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कोई शहजादा नहीं, बंगाल की मिट्टी का सपूत ही बनेगा. कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए श्री शाह ने लोगों से अपील की कि वे विधानसभा में भाजपा को बहुमत दें. पार्टी की सरकार 5 साल में बंगाल को सोनार बांग्ला बनायेगी.
ममता बनर्जी को निशाने पर लेते हुए श्री शाह ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को मात्र 87 लाख वोट मिले थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 2.30 करोड़ वोट मिले. पार्टी ने 42 में से 18 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की यह यात्रा अब रुकने वाली नहीं है. वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत से भाजपा की सरकार बनाकर ही यह यात्रा रुकेगी.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय ममता बनर्जी ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जायेगी, लेकिन उन्हें आंकड़े देख लेना चाहिए. ऐसे ही चौंकाने वाले आंकड़े विधानसभा चुनाव में सामने आयेंगे. उन्होंने आम लोगों से राज्य में भाजपा की सरकार बनाने की अपील करते हुए कहा कि बंगाल में परिवर्तन की एक यात्रा चल पड़ी है और यह यात्रा विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार के साथ समाप्त होगी.
अमित शाह ने कहा, ‘यह यात्रा बंगाल में लोगों के शोषण के खिलाफ संघर्ष की यात्रा है. कानून और व्यवस्था को बेहतर बनाने की यात्रा है. यह यात्रा सिंडिकेट को समाप्त करने की यात्रा है. यह यात्रा तोलाबाजी खत्म करने की यात्रा है. यह यात्रा घुसपैठ को समाप्त करने की यात्रा है. यहां के करोड़ों शरणार्थियों का नागरिकता देकर सम्मान देने की यात्रा है.
श्री शाह ने ‘आर नॉय अन्याय’ स्लोगन लांच करते हुए कहा कि यह लड़ाई भ्रष्टाचार, तोलाबाजी, तुष्टीकरण, घुसपैठ, परिवारवाद, सिंडिकेटराज, बेरोजगारी, हिंसा और आतंकवाद के खिलाफ है. यह तानाशाही ताकतों के खिलाफ लड़ाई है. अपने राजकुमार को राज्य का अगला वारिश बनाने के खिलाफ लड़ाई है.