नयी दिल्ली : निर्भया गैंगरेप मामले में दोषी करार दिये आरोपियों में एक अक्षय ने दोबारा दया याचिका दायर की है. इस दया याचिका के साथ उसने लिखा है कि इससे पहले जो में याचिका खारिज की गयी उसमें सारी जानकारी नहीं थी. उस याचिका में कई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र नहीं था इसलिए दोबारा याचिका दायर कर रहा हूं.
इस मामले में चौथा दोषी पवन कुमार गुप्ता ने भी सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटिशन दायर की है. मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की अपील की है. पवन गुप्ता के वकील एपी सिंह ने कोर्ट में इस बात की जानकारी दी, न्होंने बताया कि दोषी ने अपनी मौत की सजा को उम्र कैद में तब्दील करने का न्यायालय से अनुरोध किया है.
तिहाड़ जेल प्रशासन निर्भया गैंगरेप मामले में सजायाक्ता दोषियों को फांसी देने की तैयारियों में जुट गया है. इस मामले में दोषी चारों आरोपियों को 3 मार्च की सुबह 6 बजे फांसी दिया जाना है. निर्भया को दोषियों की फांसी पहले भी दो बार टल चुकी है. पहले कोर्ट ने 22 जनवरी का दिन फांसी के लिए तय किया था लेकिन दोषियों द्वारा रिव्यु पीटीशन दाखिल करने की वजह से ये टल गया था. बाद में 1 फरवरी का दिन फांसी के लिए तय किया गया लेकिन कुछ दोषियों की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित रहने की वजह से फांसी टल गयी. अब 3 मार्च का दिन फांसी के लिए तय किया गया है.
निर्भया केस से दहल गया था पूरा देश
बता दें कि साल 2012 में 16 दिसंबर की रात को राजधानी दिल्ली में एक पारामैडिकल की 23 वर्षीय छात्रा के साथ एक चलती बस में छह लोगों ने गैंगरेप किया था. छात्रा और उसके पुरूष मित्र के साथ मारपीट भी की गयी थी. बुरी तरह से जख्मी छात्रा को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इसके बाद पीड़िता को सिंगापुर ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसने 28 दिसंबर को दम तोड़ दिया.