रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार राज्य के आंतरिक शक्तियों को मजबूत करेगी. यह आंतरिक शक्ति चाहे जिस रूप में हो. पर्यटन का क्षेत्र हो, नौजवान हो, प्रकृति के अंदर जो भी चीजें झारखंड को कुदरत ने दी है, उसे उभारना ही सरकार की प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम झारखंड के लोग दूसरों के बदौलत नहीं बल्कि अपनी मेहनत के बदौलत अपने हाथों से विकास की लंबी लकीर खींचेंगे. मुख्यमंत्री ने रामगढ़ जिले में मां छिन्नमस्तिका मंदिर में दो दिवसीय रजरप्पा महोत्सव का उद्धाटन किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास किसी भी चीज की कमी नहीं है. हमारे नौजवान मेहनतकश और ईमानदार हैं. राज्य के युवाओं में हुनर और काबिलियत की कमी नहीं है. हमें राज्य के सभी ताकतों और सभी क्षमताओं को एक सूत्र में बांधने की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत जल्द ही राज्य में चीजें बदलेंगी, जो दिखेगा भी और महसूस भी होगा. झारखंड सिर्फ खनिज संपदा के लिए ही नहीं बल्कि प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी पहचाना जाए हमें ऐसी छवि बनानी है.
उन्होंने कहा कि झारखंड की संस्कृति और परंपरा काफी पुरानी और लोकप्रिय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां बोलना और चलना ही संगीत है. झारखंड के लोग अपनी संस्कृति और परंपरा को अपने सीने से लगाये रहते हैं. राज्यवासियों ने यहां की सभ्यता और संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए पूरा समर्पण और निष्ठा को बनाये रखा है. हमारे इस राज्य में कई ऐसी तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल हैं जिसकी जानकारी हमें देश में जन-जन तक पहुंचानी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दो दिवसीय ऐतिहासिक रजरप्पा महोत्सव कार्यक्रम का पूरा लाभ राज्य को मिले, हमें यह प्रयत्न करना चाहिए. यह महोत्सव प्रचार-प्रसार का माध्यम बन दूर तक गूंजेगी. विश्व के मानचित्र में रजरप्पा एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बने यह सरकार की सोच है. इसके लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार रजरप्पा को एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का कार्य करेगी. रजरप्पा के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों को भी विकसित कर देश-विदेश तक इसका प्रचार-प्रसार किया जाए यह सुनिश्चित करना है. रजरप्पा को देश-विदेश के मानचित्र में स्थापित करने की आवश्यकता है.
श्री सोरेन ने कहा कि रामगढ़ मेरा गृह जिला भी है और जन्मभूमि भी है. झारखंड के लोग रजरप्पा को न जाने ऐसा हो नहीं सकता है. श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ी सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका का मंदिर पूरे देश में प्राचीन काल से ही अहम स्थान रखता है. मां छिन्नमस्तिका का आशीर्वाद और कृपा देश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालुओं पर बनी रहती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी आज सिद्धपीठ रजरप्पा मंदिर स्थित मां छिन्नमस्तिका पहुंचकर पूजा-अर्चना कर झारखंडवासियों की सुख-समृद्धि और प्रगति के लिए मां से आराधना की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने मां से आशीर्वाद मांगा है कि राज्य में कोई भी भूखा ना रहे, अशिक्षित ना रहे, शिक्षा से वंचित ना रहे, दवा से वंचित ना रहे, हर हाथ में काम हो हर हाथ में रोजगार हो. सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर लोग आगे बढ़े, राज्य की जनता के चेहरे में मुस्कान हो यही कामना मां छिन्नमस्तिका से मैंने की है.
इस अवसर पर रामगढ़ की विधायक ममता देवी ने कहा कि यह दो दिवसीय रजरप्पा महोत्सव ऐतिहासिक महोत्सव के रूप में जाना जाता है. भैरवी, भेड़ा और दामोदर नदी के संगम पर सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर स्थापित है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह महोत्सव मील का पत्थर साबित होगा.
उन्होंने कहा कि रामगढ़वासी मां छिन्नमस्तिका की गोद में रहते हैं. वर्तमान सरकार रजरप्पा को भव्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगी ऐसा मुझे विश्वास है. यहां पर जो भी विकास कार्य हो वह जनहित को मद्देनजर रखते हुए हो यह सुनिश्चित होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य का सर्वांगीण विकास होगा. राज्य की जनता को मुख्यमंत्री से काफी अपेक्षाएं हैं. वर्तमान सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है.
मौके पर मुख्यमंत्री ने रामगढ़ जिले के विकास के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया. पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख ने झारखंड बंदना गीत के रूप में “झारखंड कर कोरा” गाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया. इस अवसर पर विधायक अंबा प्रसाद, विधायक जेपी पटेल, पूर्व विधायक जोगेंद्र महतो, अर्जुन राम महतो, डाक अध्यक्ष शशि शालिनी कुजूर सहित कई गणमान्य एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.